पटना: पीएमसीएच को अंतरराष्ट्रीय स्तर का अस्पताल बनाया जा रहा है। यहां 5462 बेड की सुविधा होगी। विश्व का यह दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल होगा। अस्पताल निर्माण पर 5,540 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जहां इतने बेड की व्यवस्था की जाएगी। यहां बहुमंजिली इमारतें होंगी। देश में अब तक इतना बड़ा अस्पताल कहीं नहीं है।पीएमसीएच को गंगा एक्सप्रेस-वे पथ और मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जा रहा।

एअर एंबुलेंस व हेलीपैड की होगी व्यवस्था
भवन को भूकंपरोधी बनाया जाएगा। अस्पताल में इमरजेंसी के ऊपर हेलीपैड की व्यवस्था होगी। जिससे इरजेंसीं में एअर एंबुलेंस से मरीज यहां उतर सके सकें।नया भवन फूल प्रूफ फायर सेफ्टी की सुविधा होगी। मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा होगी। एक भवन से दूसरे भवन में जाने के लिए इंटरकनेक्टेड रास्ता होगा। सेंट्रली गैस पाइपलाइन सप्लाई की सुविधा होगी।
कैंपस में ही होगा मेडिकल कालेज
आधुनिक उपकरणों जैसे एमआरआई और सीटी स्कैन समेत तमाम रेडियोलॉजिकल और पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा होगी। 250 छात्रों के लिए मेडिकल कालेज का भवन होगा। 1250 छात्रों के रहने के लिए हॉस्टल की व्यवस्था होगी। ऑडियोरियम, 55 ओटी और करीब 500 बेड का आईसीयू और एचडीयू की सुविधा होगी।
होंगे मल्टी और सुपरस्पेशलिटी विभाग
मल्टी और सुपरस्पेशलिटी विभाग होंगे। नए भवन में ट्रांसप्लांट आदि की व्यवस्था होगी। कोशिश होगी इस विश्वसत्रीय अस्पताल में एक छत के नीचे मरीज को सारी चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो। मरीज को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।