
DESK : देश में अगले साल लोकसभा का चुनाव होने वाला है. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी है. बीजेपी की तरफ से एक बार फिर से नरेंद्र मोदी ही कप्तान होंगे. विपक्ष की तरफ से अभी भी कोई चेहरा तय नहीं हो पाया है. हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की कवायद शुरू की है. इस कोशिश को कांग्रेस, केजरीवाल के अलावा ममता बनर्जी ने भी स्वीकार कर लिया है.
ममता बनर्जी ने पटना में एक मीटिंग बुलाने की बात कही है. जिसपर नीतीश कुमार ने काम करना भी शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार यह बैठक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद बुलाई जाएगी. बैठक को लेकर के नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि हम निश्चित रूप से एक साथ बैठक करेंगे. 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए चर्चा भी करेंगे.
कर्नाटक चुनाव के बाद होगी बैठक
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्तमान में कुछ नेता कर्नाटक की विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं. एक बार जब चुनाव खत्म हो जाए. तो हम अपनी बैठक के स्थान को अंतिम रूप दे देंगे. इलाके बैठक कब और पटना में किस जगह पर बुलाई जाएगीm इस बात की जानकारी अभी तक नहीं दी गई है. ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में काफी हद तक चीजें साफ हो जाएंगी. बता दे ममता बनर्जी ने ही दिल्ली की जगह पटना में यह बैठक आयोजित करने की सलाह दी थी.
जारी है विपक्षी एकजुटता की मुहिम
जब से नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हुए हैं. तब से वह विपक्ष को एक छत के नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी मकसद के लिए वह हाल ही में दिल्ली भी गए थे. जहां उन्होंने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत की थी. टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की.
वहीं बिहार में कर्नाटक चुनाव के बाद जो बैठक होगी उसमें चीजें बहुत ही साफ हो जाएंगी. ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी है कि आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा कौन बनता.