पटना स्मार्ट सिटी की चार योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। अब इन योजनाओं को पूरा करने के लिए नई एजेंसी का चयन होगा। जिसके लिए बुडको टेंडर निकालेगा। पटना शहर का विकास अब बुलेट ट्रेन की रफ्तार से दौड़ेगा। वे चार योजनायें जिनकी स्वीकृति मिली है-
सर्पेंटाइन नाले पर सड़क निर्माण
मौर्यालोक परिसर में मल्टीलेवल कार पार्किंग
एबीडी क्षेत्र में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज
बांस घाट पर शवदाहगृह

पटना स्मार्ट सिटी के तहत लगातार पटना का विकास किया जा रहा है। शहर की खूबशूरती को लगातार बढ़ाया जा रहा है। इसी वर्ष मई में पटना स्मार्ट सिटी के एबीडी क्षेत्र का विस्तार किया गया था। जिसमें बाकरगंज नाले के पास पीरमुहानी चौक से लेकर गांधी मैदान थाना तक (8.64 एकड़), सर्पेंटाइन नाले के पास पटेल चौक से अणे मार्ग तक (8.3 एकड़), आनंदपुरी नाले के पास बाबा चौक से लेकर राजापुर पुल तक (39.28 एकड़) और बांस घाट के पास (5 एकड़) का क्षेत्र शामिल हुआ है। इन क्षेत्रों में आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए जिन योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है। इसके बाद टेंडर होगा और नई एजेंसी का चयन होगा। पटना स्मार्ट सिटी ने इन योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य भी निधार्रित कर दिया है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बुडको को सात योजनाएं पूरी करनी है। लेकिन नई व्यवस्था के तहत बाकरगंज नाला प्रोजेक्ट को एबीडी क्षेत्र में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम के तहत शामिल किया गया है। अब बुडको को छह योजनाएं ही पूरी करनी हैं।
यह छह योजना नीचे दिये गए हैं-
शवदाह गृह
स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम
मल्टीलेवल पार्किंग
फुट ओवरब्रिज
आनंद पुरी नाला
सर्पेंटाइन नाला

जिन चार योजनाओं को प्रशासनिक स्वाकृति मिली है, उसकी लगभग कुल लागत 260 करोड़ 58 लाख रुपये है। बांस घाट पर आधुनिक तकनीक से युक्त पांच एकड़ में विद्युत शवदाह गृह का निर्माण 89 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से तैयार होगा। वहीं मौर्यालोक परिसर में मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण होना है। जिसपर 26 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत आएगी।