पटना: जब राज्य में प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत हुई तो बिहार न सिर्फ पहला बल्कि देश का इकलौता ऐसा राज्य था।केंद्र सरकार ने बिहार को बिजली प्रीपेड मीटर लगाने के लिए रोल मॉडल माना है।अब तो अन्य राज्य भी इसे अपना रहे हैं।
बिहार में लग रहे स्मार्ट प्री-पेड मीटर के कई सारे फायदे हैं। जैसे इसका बिजली बिल भी मिलेगा, साथ ही एक महीने में कितनी और किस दिन बिजली खपत हुई, इसमें उसका पूरा विस्तृत ब्योरा रहेगा। कंपनी की ओर से मिलने वाली इस सुविधा के कारण उन लोगों को भी लाभ मिलेगा जो सरकारी या गैर सरकारी सेवाओं में हैं और जो कार्यरत संस्थान या विभागों से बिजली बिल की प्रतिपूर्ति लेते हैं। बिहार राज्य के सभी डेढ़ करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को चरणवार तरीके से स्मार्ट प्री-पेड मीटर दिए जाएंगे।

जिनके पास स्मार्ट मोबाइल होगा, वे सुविधा ऐप और बिहार बिजली स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से अपने मोबाइल पर बिल की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। जो उपभोक्ता मोबाइल फ्रेंडली नहीं होंगे, वे चाहें तो नजदीक के बिजली कंपनी कार्यालय जाकर बिल प्राप्त कर सकते हैं।
देशभर में जितने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे उसमें 90 फीसदी सिर्फ बिहार के हैं। बिहार की नीतीश सरकार शहरी इलाकों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में भी प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है। बिहार ही एक ऐसा राज्य है जिसे केंद्र सरकार ने प्रीपेड मीटर के लिए रोल मॉडल माना है।
मीटर में पैसा खत्म होने पर थोड़ा समय मिलेगा। इसके बाद खुद-ब-खुद बिजली कट जाएगी। मीटर रिचार्ज करने पर बिजली खुद-ब-खुद आ जाएगी। स्मार्ट मीटर बिल्कुल मोबाइल रिचार्ज की तरह ही होता है।जब मर्जी रिचार्ज करिए।