पटना: नागपुर यूनिवर्सिटी के प्रियदर्शनी कॉलेज से बीटेक और एमटेक करने वाले आशीष ने 12 लाख रुपये का सालाना पैकेज छोड़कर खुद का स्टार्टअप शुरू किया। देखते ही देखते यह स्टार्टअप गांव-गांव तक अपनी पहुंच बना चुका है।

आशीष ने 2017 में अपने स्टार्टअप के बारे में सोचा। शुरू में दो-तीन स्टार्टअप भी किया। जिसके बाद स्टार्टअप के लिए एडवरटाइजमेंट की ज़रूरत महसूस हुई। जिसके बाद आशीष एडवरटाइजमेंट फील्ड में आ गए।
आज आशीष के पास 50 बाइक हैं। और इसी साल अपने इस स्टार्टअप को झारखंड, हैदराबाद और पटना हर जगह पर एक्सपेंड कर रहे हैं। साथ ही आशीष की कंपनी लोगों को रोजगार भी मुहैया करा रही है। बाइक पर एलईडी स्क्रीन के अलावा अलग से ऑडियो जिंगल, खुद का बनाया हुआ पावर बैंक भी है।
आशीष के इस स्टार्टअप को सभी पसंद कर रहे हैं। विज्ञापन दाताओं के लिए दर अलग-अलग है। बिहार के स्टार्टअप के लिए भी आशीष ने अलग से स्कीम रखी है ताकि उनको भी बढ़ावा मिल सके। आगे की योजना इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत जोड़ने की है।