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WORLD SUICIDE PREVENTION DAY 2021:जानें क्यों मनाया जाता है विश्व आत्महत्या दिवस

THE INDIA TOP सेंट्रल डेस्क : प्रति वर्ष 10 सितम्बर को इंटरनैशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) world suicide day का आयोजन करती है। लोगों की बदलती लाइफस्टाइल और खुद के लिए समय की कमी ही लोगों की मौत का कारण बनती जा रही है। पिछले कुछ सालों में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में खुदकुशी की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं।
बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) भी इसमें भागीदारी हैं। इस दिन को मनाने के पीछे विश्व में तेज़ी से बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पर रोक लगाने का उद्देश्य है।माना जाता है कि बिजी शेड्यूल लोगों में कई तरह के बदलाव लाता है। अक्सर लोगों को खुद के लिए काम समय और बदलती लाइफ स्टाइल और खुद के लिए समय की कमी, लोगों की ज़िंदगी बेस्वाद बना रही है।

कई बार स्ट्रेस और बेस्वाद ज़िंदगी लोगों को सुसाइड करने पर मजबूर कर देती है।
पिछले कुछ सालों में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में आत्महत्या की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं।
Who की माने तो पूरे विश्व में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है। प्रत्येक वर्ष लगभग 8 लाख से अधिक लोग अलग अलग कारणों के चलते मौत को गले लगा लेते हैं। इससे यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग किस हद तक मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं।विश्व में 79 फीसदी आत्महत्या नम्र और मध्यवर्ग वाले देशों के लोग करते हैं।

देखे जा सकते हैं ये परिवर्तन
जब कोई इंसान किसी मानसिक तनाव से जूझ रहा होता है तो उसके अंदर पहले के मुताबिक काफ़ी बदलाव देखे जा सकते हैं। लोग कई बार दूसरे लोगों से दूरी बना लेते हैं और अकेलेपन के साथी हो जाते हैं। ये ज्यादा लोगों के बीच, जैसे सोशल मीडिया या चहल पहल वाले वातावरण से दूर रहते हैं। छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आ जाना भी एक लक्षण माना जाता है।

ऐसे कर सकते हैं बचाव
इससे बचाव के लिए आप लोगों से घुल मिल कर रहें। किसी भी करीबी को अपनी बातें शेयर कर सकते हैं। अगर घर या जानने वाला कोई सदस्य इस समस्या से जूझ रहा है तो उस पर नकारात्मक प्रतिक्रिया करने से बचें। गुस्से पर काबू पाने की कोशिश करें। खुदको खुश रखने की कोशिश करें। अपने आस पास का माहोल भी खुश रखने की कोशिश करें

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