
Mumbai, 5 July: महाराष्ट्र में चल रहा राजनीतिक ड्रामा 5 जुलाई को थम गया। NCP में शुरू हुई खेमेबाजी की पूरी स्थिति स्पष्ट हो गई। एक ही समय में अजित पवार और शरद पवार ने विधायकों की बैठक बुलाई। बैठक का उद्देश्य शक्ति प्रदर्शन करना था। टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार Sharad Pawar की बैठक में 10-13 विधायक पहुंचे। हलांकि शरद पवार की बैठक में 5 सांसद भी मौजूद थे। जबकि अजित पवार के समर्थन में 35 विधायक पहुंचे। एनसीपी में विधायकों की कुल संख्या 53 है। इस आधार पर दो तिहाई बहुमत के लिए 36 विधायकों का एक तरफ होना जरूरी है। इस नंबर को आधार बनाएं तो अजित पवार ने अपने चाचा को पटखनी दे दी है।
क्या अजित पवार पार्टी और सिम्बल पर कर लेंगे कब्जा
अंकड़ों के अनुसार अजित पवार के पास लगभग दो तिहाई नंबर है। ऐसे में अजित पवार पार्टी के असली अधिकारी होने का दावा कर सकते हैं। एनसीपी के नाम और सिंबल पर अजित अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस मामले पर EC से जल्द ही अजित पवार मिलने वाले हैं। शिवसेना के शिंदे की भांति, पार्टी पर अधिकार की मांग अजित पवार करेंगे।
शरद पवार को दी रिटायर होने की सलाह
विधायकों की बैठक समाप्त होने के बाद अजित पवार ने बयान जारी किया। अजित पवार ने कहा कि 83 साल के चाचा हो गए हैं, उन्हें रिटायरमेंट लेनी चाहिए। Ajit Pawar ने आगे कहा अब आशीर्वाद दीजिए और आराम फरमाइए।
पिता के समर्थन में आई सुप्रिया सूले
रिटायरमेंट वाले बयान पर एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सूले ने हमला बोला।सूले ने कहा कि वो पिता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगी। यह लड़ाई BJP के खिलाफ है। बीजेपी देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है। एनसीपी हमेशा बीजेपी के खिलाफ रहेगी। सूले ने कहा कि असली एनसीपी शरद पवार के साथ है और मूल प्रतीक भी शरद पवार ही हैं।