
करीब 12—13 सालों से गर्त में पहुंच चुके बिहार क्रिकेट के दिन शायद अब बहुर जाएं। खासकर पटना जिला के क्रिकेट का। क्योंकि कुछ अच्छे ओर क्रिकेट प्रिय लोगों का साथ अब मिलने लगा है। इसी कड़ी में करीब लंबे अंतराल के बाद अपने गृहनगर पटना पहुंचे देवजीत तालपात्रा ने भी पटना में क्रिकेट की उत्थान की पहल कर दी है। इसकी घोषणा उन्होंने पटना जिला क्रिकेट संघ के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में की।
बिहार के अपने जमाने के बड़े एवं अनुशासनप्रिय क्रिकेटर रहे देवजीत तालपात्रा ने आगे कहा कि क्रिकेट को यदि आप कारपोरेट का रुप दें दें तो आर्थिक तंगी का रोना नहीं रोना पड़ेगा। यह सही है कि बिहार में क्रिकेट और उसके ग्राउंड की स्थिति दयनीय है परंतु प्रयास से हरकुछ संभव है।
उन्होंने बिहार क्रिकेट के गोल्डन ईयर को याद करते हुए कहा कि पैसे की तंगी कब क्रिकेट में नहीं रही लेकिन हौसला न हारकर हर मुश्किल को मुमकिन में बदल दिया। अब वक्त आ चुका है कि मिलकर आगे बढ़े ओर पटना क्रिकेट का वह स्वर्णिम पल वापस लेकर आए।
उन्होंने कहा कि पीडीसीए का फंड फ्रिज होने के बावजूद जूनियर व सीनियर डिवीजन के सफल संचालन को लेकर ही मैं आज यहां बैठा हूं। यह तारीफ योग्य कदम है। इसके आयोजक बधाई के पात्र हैं। वहीं पटना जिला क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष रहबर आबदीन ने तालपात्रा जी का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी सोच ओर साथ से लगता है कि हम बिहार के क्रिकेटरों का भला कर सकेंगे। साथ ही उन्होंने सीनियर व जूनियर डिवीजन लीग के साथ ही अन्य वर्गों के भी टूर्नामेंट के सफल संचालन कराने का भी आश्वासन दिया। देवजीत तालपात्र का पीडीसीए कार्यालय पहुंचने पर जहां पीडीसीए के चीफ पेटरॉन अधिकारी एमएम प्रसाद ने उनका स्वागत किया। वहीं उन्होंने अधिकारी एमएम प्रसाद से आशीर्वाद पैर छूकर लिया और अपने पुराने दिनों को याद किया। इससे पहले देवजीत तालपात्रा का राजधानी पटना में आगमन पर उनका स्वागत पीडीसीए के सचिव सुनील कुमार उर्फ सुनील रोहित ने किया। प्रेसवार्ता के पीडीसीए के महफूज कमर, संजय कुमार, प्रभात बनर्जी, मिस्टर खन्ना, जी अख्तर आदि मौजूद रहे।