
पटना में राजद पार्टी अक्सर अपने कार्यकर्ताओं के बीच विवाद को लेकर चर्चा में रहती है। अब भागलपुर और नवगछिया के युवा राजद अध्यक्ष ने युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहेब, प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव समेत अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाया है। भागलपुर के युवा राजद अध्यक्ष अशफाक आलम और नवगछिया के युवा जिला अध्यक्ष कांतेश कुमार उर्फ टीनू यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस कान्फ्रेंस कर ये आरोप लगाए हैं.
दरअसल, शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दोनों जिलाध्यक्ष पर निष्क्रियता आरोप में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष की अनुशंसा पर पद मुक्त करने का पत्र जारी किया था। इसमें दोनों लोगों पर आरोप है कि जब से जिला अध्यक्ष बने तब से जिला कमेटी का विस्तार नहीं किया और ना ही प्रखंड अध्यक्ष बनाया।
इस पत्र के जारी होने के बाद दोनों जिला अध्यक्षों ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अशफाक आलम ने कहा कि वे लोग पार्टी के संगठन विस्तार के लिए दिन रात लगे हुए थे। अनोखा आरोप लगाते हुए युवा प्रदेश अध्यक्ष ने उन लोगों से कई बार कतरनी चूड़ा दिल्ली और पटना भिजवाया। इसके अलावा अंग वस्त्र और रुपए की भी मांग की। उन लोगों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें हटाने की धमकी दी जाने लगी। उन्होंने प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव पर हाल ही में पार्टी की मीटिंग के लिए एक स्थानीय होटल में इंतजाम करने के नाम पर रुपए मांगने का आरोप लगाया
अशफाक ने कहा कि प्रदेश प्रवक्ता ने उन्हें और नवगछिया जिला अध्यक्ष को फोन कर कहा था। जब उन लोगों ने खर्च देने से इनकार किया तो उन लोगों को पद से हटाने की धमकी दी गई। इसके बाद ही प्रदेश नेतृत्व से मिलकर उन लोगों को हटाने की साजिश की गई। दोनों जिलाध्यक्ष ने युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बुलो मंडल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से इस पूरे मामले में जांच की मांग की है।
इस मामले में प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा कि दोनों लोगों को शीर्ष नेतृत्व ने सक्रियता नहीं रहने के कारण पद मुक्त किया है। पार्टी का निर्णय सर्वोपरि होता है। उनके द्वारा पार्टी नेताओं के ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। यदि उनकी कुछ मांग है, तो पार्टी फोरम में रख सकते हैं। गलत बयानबाजी कर वे पार्टी विरोधी कार्य कर रहे हैं।