
संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना के बापू सभागार में महागठबंधन प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया। रविवार को महागठबंधन (राजद और लेफ्ट पार्टियां) की ओर से महागठबंधन प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन हुआ। हालांकि इस कार्यक्रम से कांग्रेस के नेताओं को अलग रखा गया। संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर राजद ने नीतीश सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया। खुद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार की विफलता के आकड़ों के साथ-साथ लेखा-जोखा जारी किया।महागठबंधन की तरफ से NDA सरकार के खिलाफ रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश सरकार कितनी फेल्योर रही है इसको लेकर आंकड़े के जरिए रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया गया है। रिपोर्ट कार्ड में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा का सवाल से लेकर, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे कई मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश की गई है.
संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना के बापू सभागार में लोगों को संबोधित करने से पूर्व तेजस्वी ने कहा कि हम यहां उपस्थित सभी को सलाम और नमस्कार करते है और लेफ्ट के साथियों को लाल सलाम करते हैं। लोगों को संबोधित करते हुए संपूर्ण क्रांति दिवस पर तेजस्वी ने कहा कि हम कभी भी साम्प्रदायिक शक्तियों के आगे घुटने नहीं टेके है और ना कभी टेकेंगे। हमलोगों सरकार को आईना दिखाते आए हैं और दिखाते रहेंगे। यह हम सभी की ड्यूटी बनती है। वही बोचहां उपचुनाव की जीत पर कहा कि यह महागठबंधन के साथियों की जीत है और बिहार की जनता की जीत है
तेजस्वी ने कहा कि 1974 में गुजरात के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी। साथ ही कई अन्य मुद्दों को लेकर जेपी जी के नेतृत्व में यह आंदोलन हुआ। महीनों तक लोग जेल में रहे। कई दिनों तक आंदोलन चलता रहा। संपूर्ण क्रांति दिवस पर आज हम उन सेनानियों को हम याद कर रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि आज देश की जनता महंगाई और बेरोजगारी से ज्यादा परेशान है। लोकतंत्र और संविधान तक सुरक्षित नहीं है। देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है। बिहार को आज तक विशेष राज्य का दर्ज नहीं मिल पाया है। बिहार में 19 लाख रोजगार देने का वादा सत्ताधारी दल ने की थी उन वायदों का क्या हुआ? बिहार में कोई भी सिस्टम ढंग से काम नहीं कर रहा है। राज्य के विकास की जगह समाज में सिर्फ जगह घोलने का काम किया जा रहा है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में सरकार नागपुर से चलती है। विपक्ष की भूमिका लोगों को जागरूक करने के साथ साथ लोगों को गोलबंद करने की है। सड़क से लेकर सदन तक हमने जातीगत गणना की लड़ाई लड़ी और जिसमें सफलता भी मिली। यदि बीजेपी से मिल जाते तो सरकार बन जाती लेकिन ना तो लालू जी झूके और ना ही उनका बेटा ही झूका। हम कभी बीजेपी से समझौता नहीं कर सकते। साम्प्रदायिक शक्तियों के सामने हम घुटना नहीं टेक सकते। हम चोर दरवाजे से सरकार नहीं बनाते हैं