Bihar

बीपीएससी पेपर लीक पर तेजस्वी, चिराग और सहनी ने नीतीश सरकार से पूछे सरकार से सवाल

बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जांच तेज कर दी है. आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल समेत 4 कर्मचारी को तलब किया गया है. शुरूआती जांच में माना जा रहा है कि आरा के कुंवर सिंह कॉलेज से पेपर लीक हुआ था. BPSC पेपर लीक कांड पर नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है. तेजस्वी यादव , चिराग पासवान और मुकेश सहनी ने सरकार से पूछा है कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. इसके जिम्मेदार कौन है.

BPSC पेपर लीक मामले पर सबसे पहले तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार के करोड़ों युवाओं का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. BPSC का पेपर लीक होने पर छात्रों को बहुत दर्द हुआ है. यह आप लोग कल्पना कर सकते है कि जब BPSC की परीक्षा में ऐसा हो रहा है तो और सब परीक्षा में क्या होता होगा.

वहीं लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग का पेपर लीक होने की घटना चिंता का विषय है. प्रदेश में इतना बड़ा पेपर लीक होना सरकार की नाकामी को दर्शाता है. आखिर कब तक बिहार के युवाओं के भविष्य के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहेगा. वहीं उन्होंने आगे ट्वीट में सीएम नीतीश कुमार से सवाल पूछते हुए कहा है कि आज इस घटना ने पूरे देश में बिहार प्रदेश को शर्मसार कर दिया है. क्या इसका कोई जवाब है आपके पास.

तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के बाद विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने हमला करते हुए कहा कि सरकार की नीतियों के कारण युवा पलायन कर रहे हैं. बिहार के पूर्व मंत्री व VIPप्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि इस लापरवाही ने लाखों विद्यार्थियों की उम्मीदों और सपनों पर पानी फेर दिया है. उन्होंने इसे भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बता दिया. सहनी ने कहा कि इसी सब कारण हर साल लाखों की संख्या में बच्चे पढ़ाई और रोजगार की आश में बिहार से पलायन कर रहे हैं.

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई. इस मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई (EOU)को सौंपी गई है. EOU की टीम ने जांच तेज करते हुए आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल समेत 4 कर्मचारी को तलब किया गया है. शुरूआती जांच में माना जा रहा है कि आरा के कुंवर सिंह कॉलेज से पेपर लीक हुआ था. यहां के प्रिंसिपल योगेंद्र सिंह और सेंटर मजिस्ट्रेट जयवर्द्धन गुप्ता को पटना बुलाया गया है. उनसे पूछताछ चल रही है.

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