
The India Top Desk: भाजपा नेता और राजयसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने राज्यसभा में ‘विशेष उल्लेख’ के अंतर्गत समाचार-पत्र उद्योग न्यूज़ प्रिंट (News Print) के मूल्य में दोगुना से अधिक बढ़ोतरी पर अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि इस वृद्धि के कारण कई अखबारों के सर्कुलेशन में कटौती करनी पड़ रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि न्यूज़ प्रिंट पर लग रहे 5 प्रतिशत आयात शुल्क को समाप्त करे।
सुशील मोदी (Sushil Kumar Modi) ने ट्वीट कर लिखा है, ‘राज्यसभा में ‘विशेष उल्लेख’ के अंतर्गत मैंने कहा कि समाचार-पत्र उद्योग न्यूज़ प्रिंट (News Print) के मूल्य में दोगुना से ज्यादा वृद्धि के कारण कई अखबारों के सर्कुलेशन में कटौती करनी पड़ रही है। अतः सरकार न्यूज़ प्रिंट पर लग रहे 5 प्रतिशत आयात शुल्क को समाप्त करे तथा भारत में ही न्यूज प्रिंट (News Print) के उत्पादन को प्रोत्साहित करने की योजना बनाए। भारत का समाचार-पत्र उद्योग आयातित न्यूज प्रिंट पर निर्भर है।’
केवल रूस से 45 प्रतिशत न्यूज प्रिंट (News Print) आयात किया जाता है जो रूस-यूक्रेन युद्ध एवं समुद्रीय मार्ग से ट्रांसपोर्टेशन में 400 प्रतिशत की वृद्धि के कारण बुरी तरह प्रभावित हो गया है। न्यूज़ प्रिंट (News Print) का मूल्य जहाँ 2019 में 450 डॉलर प्रति टन था वह बढ़कर 950 डालर प्रति टन हो गया है।
भारत में बहुत कम कारखाने हैं जो न्यूज़ प्रिंट उत्पादन करते हैं। जो कर भी रहे थे वह ई-कॉमर्स की लोकप्रियता के कारण पैकेजिंग सामग्री का उत्पादन करने लगे हैं। कोविड के कारण इस उद्योग को विज्ञापन से होने वाली आय भी प्रभावित हो गई है।
समाचार पत्र की लागत में 40-50 प्रतिशत खर्च न्यूज़ प्रिंट (News Print) का है। इन कारणों से समाचार पत्र उद्योग को ग्रामीण क्षेत्रों में अखबारों की बिक्री में कटौती करनी पड़ी है। अतः भारत सरकार हस्तक्षेप कर 5 प्रतिशत आयात शुल्क समाप्त करें और न्यूज प्रिंट (News Print) के स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने की कोई योजना लाए।