
द इंडिया टॉप, सेंट्रल डेस्क: बिहार में इस बार एमबीबीएस कर रहे छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में फेल हुए हैं। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (एकेयू) की ओर से एमबीबीएस प्रथम वर्ष का परिणाम 30 अगस्त को जारी किया गया था। पीएमसीएच के 180 छात्रों में से लगभग 25-30 छात्र फेल हुए हैं। छात्रों के मुताबिक उन्हें जानबूझकर फेल किया गया है। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को सही बनाने के बाद भी उसमें उन्हें अंक नहीं दिए गए हैं। दीर्घ व लघु उत्तरीय प्रश्नों के सही जवाब देने के बाद भी उन्हें उचित अंक नहीं दिए गए हैं। कई छात्र ऐसे हैं, जिन्हें एक-दो अंकों से फेल कर दिया गया है। विवि ने ऐसे छात्रों को सकारात्मक आश्वासन देते हुए फैसला सुनाया है कि पांच अंक तक से फेल सभी छात्रों को पास कर दिया जाएगा। 27 दिसंबर से होगी परीक्षा, प्रमोट करने पर रोक.
एकेयू के कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि पांच अंक तक ग्रेस देकर सभी फेल हुए छात्रों को पास किया जाएगा। विवि की परीक्षा समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मेडिकल काउंसिल ने प्रमोट करने से रोक लगा रखी है। ऐसे में इन्हें एक वर्ष बैक नहीं होना पड़े, इसके लिए 27 सितंबर से इनकी परीक्षा तिथि भी घोषित कर दी गई है। परीक्षा का परिणाम भी जल्द घोषित कर दिया जाएगा।
शनिवार को पीएमसीएच में छात्रों ने किया था प्रदर्शन
इससे पहले शनिवार को छात्रों ने प्राचार्य कार्यालय के गेट के सामने जमकर प्रदर्शन भी किया। प्राचार्य ने रजिस्ट्रार से बात कर एक-दो अंकों से पास होने वाले छात्रों को अविलंब पास करने की मांग की। एमबीबीएस प्रथम वर्ष के फेल छात्रों ने शनिवार की सुबह 9:30 बजे से ही पीएमसीएच की ओपीडी में ताला जड़ बंद करा दिया। इससे राज्य के कोने-कोने से आए मरीजों को बगैर इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। बीच-बीच में प्राचार्य डा. विद्यापति चौधरी ने ओपीडी चालू कराने की कोशिश की, लेकिन, तीन-तीन बार ओपीडी पहुंचकर छात्रों ने सभी डाक्टरों को वहां से बाहर निकल दिया।