
बिहार के सिवान से राजद के सांसद रह चुके मोहम्मद शहाबुद्दीन की आज पहली पुण्यतिथि है. आज ही के दिन मोहम्मद शहाबुद्दीन का दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद शहाबुद्दीन पहले कोरोना संक्रमित हुए और उसके बाद इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पुण्यतिथि के मौके पर आरजेडी के नेताओं ने ही मोहम्मद शहाबुद्दीन को भुला दिया है। मोहम्मद शहाबुद्दीन की पुण्यतिथि पर अबतक लालू यादव, तेजस्वी यादव ने उन्हें याद नहीं किया है। शहाबुद्दीन जिस पार्टी में थे उसी पार्टी ने आज उनकी पहली पुण्यतिथि पर याद नहीं किया है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने शब्दों में शहाबुद्दीन को याद किया है।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर राज्य सरकार से मोहम्मद शहाबुद्दीन की प्रतिमा लगाने की मांग की है. मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा की ‘सिवान के विकास की पहचान, अपनी बेबाकी की वजह से आज भी करोड़ों दिलों पर राज करने वाले पूर्व सांसद मरहूम डॉ मोहम्मद शाहबुद्दीन साहब के प्रथम पुण्यतिथि पर सादर नमन. हर कोई शहाबुद्दीन नहीं हो सकता. मैं राज्य सरकार से सिवान में पूर्व सांसद की प्रतिमा लगाने की मांग करता हूं.’
दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा काटने के दौरान शहाबुद्दीन जेल में ही कोरोना संक्रमित हो गए थे और इलाज के दौरान एक मई को उनका निधन हो गया था. वे सिवान सीट से चार बार संसद सदस्य और दो बार विधायक चुने गए थे. 2004 में इन्होंने जेल से चुनाव लड़ा और जीता. पुलिस द्वारा इनके विरुद्ध गवाह नहीं पेश कर पाने के कारण इन्हें बाइज्जत बरी कर दिया गया था. 2005 में शहाबुद्दीन को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया. 2009 में इन्हें चुनाव लड़ने से वंचित कर दिया गया. 11 सितंबर 2016 के दिन इन्हें जेल से बाहर निकाला गया. 30 सितम्बर 2016 को सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत रद्द कर दी. तब से ये तिहाड़ जेल में कैद थे. जहां कोरोना संक्रमित होने के बाद एक मई को उनका निधन हो गया था. शहाबुद्दीन को सिवान का सुल्तान भी कहा जाता था