कैबिनेट विस्तार के बाद अब पंचायतों की रफ्तार तेज हो गई है। EVM से लेकर कम्युनिकेशन तक का प्लान तैयार हो रहा है। कोरोना काल में चुनाव को लेकर हर स्तर पर तैयारी की जा रही है। जिलों में मंथन चालू हो गया है। वहीं, पंचायतों में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। प्रशासन का पूरा जोर कोविड प्रोटोकाॅल के साथ पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने को लेकर है। पंचायत चुनाव-2021 को लेकर चल रही तैयारी में जिला स्तरीय अधिकारियों को जवाबदेह बनाते हुए अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा रही है। EVM की व्यवस्था और उसके मेंटेनेंस को लेकर जिम्मेदारी दी जा रही है। साथ ही अलग-अलग कोषांगों का गठन होने लगा है। कोविड-19 मानक का पालन कराने को लेकर भी विशेष तैयारी की जा रही है। इसके अलावा सामान की आपूर्ति को लेकर भी तैयारी की जा रही है।
जिलों में कोषांगों का गठन कर कर्मचारियों की तैनाती की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके बाद प्रशिक्षण का भी काम कराया जाएगा। कर्मियों की तैनाती और प्रशिक्षण सहित कई बिंदुओं पर तैयारी को लेकर बैठक की जा रही है। बुधवार को पटना में प्रशासन की बड़ी बैठक हुई है, जिसमें पंचायत चुनाव की तैयारी पर घंटों मंथन किया गया। पंचायत चुनाव का डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण को लेकर जिलों में प्लान तैयार करने का निर्देश है। जिलों में पंचायत चुनाव को लेकर डेटाबेस तैयार करने तथा प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था संबंधी तैयारी की पूरी रणनीति तैयार की जा रही है। पंचायत चुनाव कोषांग के गठन के साथ ही उसमें वरीय पदाधिकारी /नोडल पदाधिकारी एवं सहायक पदाधिकारी तथा कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। साथ ही प्रत्येक कोषांग के कार्य व दायित्व का निर्धारण किया जाएगा। पटना से लेकर प्रदेश के सभी 38 जिलों में इससे संबंधित तैयारी शुरू कर दी गई है।