
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जन सुराज अभियान के तहत आजकल बिहार के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं। वे कई जिलों का भ्रमण करने के बाद पांच दिवसीय दौरे पर शनिवार को सिवान पहुंचे। अपने इन दौरों में वे लोगों से बात कर रहे हैं और राजनीति के लिए अपनी योजना को आगे बढ़ाने के लिए रास्ता तलाश रहे हैं। अपनी यात्रा के क्रम में प्रशांत ने दावा किया कि इस अभियान में देश के छह राज्यों के मुख्यमंत्री उनका सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी के पास इतना पैसा नहीं कि उन्हें अपनी बी टीम बना सके.
प्रशांत किशोर ने कहा कि देश के छह मुख्यमंत्री ऐसे हैं, जिनके सीएम बने रहने में उन्होंने अपना कंधा लगाया है। उन्होंने कहा कि इन सभी से उन्होंने एक पैसा नहीं लिया है। उनके अभियान के लिए इन लोगों के पास से पैसा आएगा। ये लोग मदद के लिए खड़े हैं। जिनका काम करके उनको मुख्यमंत्री बनाया है, उनसे कह रहा हूं कि बिहार में नया राजनीतिक प्रयोग कर रहा हूं, इसमें मदद कीजिए। किसी को लगता है कि प्रशांत किशोर स्लोगन बड़ा बढ़िया लिखते हैं। अगर स्लोगन लिखने से चुनाव जीते जा सकते थे, तो प्रशांत किशोर से बेहतर स्लोगन लिखने वाले एक लाख लोग देश में बैठे हुए हैं। लोगों को पता ही नहीं चलता कि प्रशांत किशोर आखिर करता क्या है? यही वजह है कि वे लोग आज तक मेरा तोड़ नहीं निकाल सके.
सिवान में पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की दशा व दिशा बदलने का काम यहीं के युवा करेंगे। इससे पहले मजहरूल हक डिग्री कालेज तरवारा में उनका स्वागत किया गया। एक नई राजनीतिक पार्टी के गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी एक से डेढ़ साल तक ऐसा कोई इरादा नहीं है। परंतु अभियान के तहत सूबे की जनता अपना समर्थन देगी, तो उनकी भावनाओं का कद्र किया जाएगा.
प्रशांत किशोर ने बताया कि जन सुराज अभियान बिहार में एक नई राजनैतिक व्यवस्था बनाने का प्रयास है, जिसे सभी लोग मिलकर तय करेंगे, और यह अभियान समाज के हर व्यक्ति को समझाने का प्रयास है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि वे अभियान से जुड़े और बिहार की दशा व दिशा बदलने में अपना सहयोग करें। मौके पर उनकी टीम के दर्जनों लोग उपस्थित रहे