बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री और सीनियर जदयू लीडर विजेंद्र यादव ने उनलोगों पर भड़ास निकाली जो आए दिन अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान देते हैं. विजेंद्र यादव ने कहा कि घटक दल के नेताओं को किसी मामले में आपस में बैठकर निर्णय करना चाहिए, आरोप-प्रत्यारोप का काम विपक्ष का है.
विजेंद्र यादव ने कहा कि बिहार एनडीए में आरोप-प्रत्यारोप किसी अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं है. किसी मामले में सत्ताधारी दल के लोगों को बैठकर आपस में बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को बोलने की आदत हो गई है. क्या वे नहीं जानते कि वे भी सरकार में हैं. एनडीए में पहले एक मर्यादा थी और नियंत्रण था. लेकिन अब इसमें कमी दिख रही है. अटल बिहारी वाजपेयी के समय में कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाती थी. लेकिन आज कोई कोऑर्डिनेशन कमेटी नहीं है. एक कमिटी जरूर होनी चाहिए
हाल के दिनों में बीजेपी नेताओं और खास करके मंत्री रामसूरत राय की नाराजगी और उनके द्वारा यह कहा जाना कि मंत्री की सरकार में नहीं चलती है – इस पर विजेंद्र यादव ने कहा कि सरकार आपकी है. बाहर के किन लोगों को सुना रहे हैं. जो मंत्री यह कहते हैं कि उनकी चलती नहीं है. वे जान लें कि मुख्यमंत्री को सहायता और सलाह देने के लिए मंत्रिपरिषद होता है. ट्रांसफर पोस्टिंग पूरी तरह प्रशासनिक मामला है. ट्रांसफर पोस्टिंग में मंत्री की चलती, यह बात नहीं कही जा सकती.
बिजेंद्र यादव के बयान के बाद अपनी ही सरकार से पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे भूमि एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि मैं किसी से नाराज नहीं हूं. सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा है. ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर नाराजगी की बात बिल्कुल गलत है. सरकार में नियम-कानून से काम किया जाता है. नीतीश कुमार हमारे अभिभावक हैं और वह सबके साथ कोआर्डिनेशन बनाकर काम करते हैं. साथ ही रामसूरत राय ने मंत्री विजेंद्र यादव के बयान पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार करते हुए कहा कि विजेंद्र यादव हमारे श्रेष्ठ अभिभावक हैं और हम सब उनके सामने बच्चे हैं.