
द इंडिया टॉप, सेंट्रल डेस्क: जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि नीतीश कुमार PM मटेरियल हैं। यह प्रस्ताव नीतीश कुमार और जदयू के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में पारित हुआ था। अब नीतीश कुमार ने इस सवाल पर हाथ जोड़कर माफ़ी मांगी है।
दरसल 29 अगस्त यानी रविवार को जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि नीतीश कुमार PM मटेरियल हैं। उनमे प्रधानमंत्री वाले सभी गुण है। इसके बाद इस प्रस्ताव को पारित भी कर लिया गया था। मगर जब नीतीश कुमार से इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने हाथ जोड़कर माफ़ी मांग ली

इस प्रस्ताव को लेकर पार्टी ने कोई फैसला नहीं लिया है -नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा कि इस प्रस्ताव को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हमने बैठक इस लिए नहीं बुलाई थी। अब पार्टी में कौन क्या बोलता है वो पार्टी का निर्णय नहीं है। हमने बैठक जिस मुद्दे को लेकर बुलाई थी उसपर बात करिए। पार्टी के मीटिंग में जिसके मन में जो आता है वो बोलता रहता है। इससे मुझे कोई लेना-देना नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक कुछ अहम मुद्दो पर चर्चा करने को बुलाई गई थी। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन, उसकी पुष्टि होनी थी। पार्टी के संविधान में हम लोगों ने संशोधन किया उसके बारे में बातचीत हुई। हमारे लिए जातिगत जनगणना अहम मुद्दा है। हमने इसपर विशेष रूप से चर्चा की। इसके अलावा पार्टी में कौन क्या बोलता है यह पार्टी का निर्णय नहीं है। अगर आपलोग इसको पार्टी का निर्णय मान रहे हैं तो मैं हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता हूं।
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद लोगों के मन में सवाल पैदा हो गया कि क्या जदयू नीतीश कुमार के मर्जी के खिलाफ चलती है। मीडिया के सामने अब नीतीश कुमार कह रहे हैं कि उनकी पार्टी ने पीएम मैटेरियल पर कोई निर्णय नहीं लिया है लेकिन जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया है।