
THE INDIA TOP सेंट्रल डेस्क : बिहार से एक अच्छी खबर सामने आ रही है | जिलाधिकारी के निर्देशन में 31 जुलाई तक मीठापुर बस स्टैंड को पूरी तरह से पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट कर दिया गया। उस समय से जिलाधिकारी द्वारा आईएसबीटी का सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग कर आंतरिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया। इसके तहत 200 से ज़्यादा बसों की पार्किंग के लिए टर्मिनल में जगह बनाई गई। अब उसकी कुल क्षमता मीठापुर पुराने बस स्टैंड की पार्किंग से अधिक हो गई है। इसके चलते जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा सख्त रवैया अपनाते हुए पटना -गया रोड पर लगने वाली बसों को टर्मिनल परिसर में सुव्यवस्थित कर सुचारू परिचालन कराया गया है। इसका प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु पुलिस आउटपोस्ट कार्यरत है तथा 120 निजी सुरक्षा गार्ड तीन शिफ्ट मे लगाए गए हैं।

एक सप्ताह के लिए अतिरिक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। बस मालिकों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि अब कोई बहाना बनाकर टर्मिनल के बाहर रोड पर सवारियों को चढ़ाना एवं उतारना नहीं है। ऐसी स्थिति में कठोर दंडात्मक कार्रवाई के तहत जुर्माना के अलावा, परमिट रद्द करने तथा प्राथमिकी दर्ज करने की भी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही बाहर निर्माणाधीन सड़क खाली होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा पथ निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया है | अब वह युद्ध स्तर पर सड़क निर्माण का कार्य करे तथा 1 माह के अंदर मसौढ़ी मोड़ से आईएसबीटी होते हुए बादशाही नाले तक निर्माण कार्य को पूर्ण करें।
जिलाधिकारी द्वारा पटना मेट्रो कारपोरेशन को भी निर्देशित किया गया है कि उक्त पथ में वह अपना कार्य करें। पूर्व में बेलदारीचक और पटना बाईपास के मसौढ़ी मोड़ के बीच में ट्रकों के परिचालन पर रोक लगाई गई थी वह अभी भी जारी रहेगी परंतु बैरिया में वेयरहाउस में टर्मिनेट होने वाले और वहां से सामान लेकर निकलने वाले ट्रकों के परिचालन को रोक से मुक्त रखा गया है। उल्लेखनीय है कि बैरिया में बड़ी संख्या में सामान के गोदाम/ वेयरहाउस निर्मित हैं जिसके प्रतिनिधिमंडल द्वारा जिलाधिकारी से मिलकर अवगत कराया गया था कि ट्रकों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक होने के कारण उनका व्यापार- व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा केवल गोदामों तक ट्रकों के आवागमन की छूट दी गई है शेष प्रतिबंध पूर्ववत रहेगा।