
बुद्धमार्ग स्थित इस्कॉन के श्री राधा बांके बिहारी जी मंदिर से शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई। यात्रा में 40 फीट ऊंचे फूलों से सुसज्जित मनोरम रथ पर भगवान श्रीजगन्नाथ, श्रीबलदेव एवं देवी सुभद्रा जी की सुसज्जित प्रतिमा बरबस मन को मोह ले रही है
इसमें 10 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। रथ यात्रा की शुरुआत 2 बजे हुई और नगर भ्रमण के बाद शाम 6 बजे यह कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा। रथ पर श्री बलदेव और सुभद्रा जी के साथ भगवान जगन्नाथ विराजमान थे। रथ यात्रा के मार्ग में जगह-जगह तोरणद्वार के साथ महाआरती और पुष्प वर्षा के साथ प्रसाद वितरण भी किया गया।
कोरोना के कारण दो साल ब्रेक के बाद इस बार निकलने वाली रथयात्रा को लेकर भक्तों में जबर्दस्त उत्साह है। रथ यात्रा बुद्धमार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर से शुरू होकर तारामंडल, कोतवाली, डाकबंगला चौराहा, गांधी मैदान, एग्जीबिशन रोड होते हुए पुन: उसी रास्ते बुद्धमार्ग स्थित श्री राधा बांके बिहारी जी मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।
साथ में हाथी, घोड़ा, ऊंट तथा बैंड बाजों के साथ लंबी शोभा यात्रा से इस्कॉन भक्तों एवं अपार जनसमूह द्वारा हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन से समस्त वातावरण भक्तिमय हो गया है। जय जगन्नाथ, जय बलदेव एवं जय सुभद्रा के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज रहा है साथ ही हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी।
इस्कॉन के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने बताया कि भगवान का रथ 40 फीट ऊंचा है और हाइड्रोलिक सिस्टम से बना है। बिजली के तारों से बचाने के लिए रथ को 16 फीट तक नीचे-ऊपर किया जा सकेगा। रथ को फूलों से सजाया जाएगा।