
केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह पटना पहुंच चुके हैं. अब आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद उनकी नई भूमिका को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. पटना पहुंचते ही आरसीपी सिंह ने कहा कि उन्होंने खुद अपने परिश्रम और ताकत से अपनी पहचान बनायी है. वे सीधे आदमी हैं और हमेशा सीधा चलते है. हालांकि जेडीयू को ये बात रास नहीं आई है. जदयू कोटे से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने साफ कह दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा के बिना वो कुछ नहीं हैं. प्रधानमंत्री की कृपा से आरसीपी सिंह मंत्री बने.
बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की कृपा के बिना जेडीयू का कोई भी नेता आगे नहीं बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह पहले किस पार्टी में थे, उनको कोई जानता भी था या नहीं. पहले वह क्या थे, यह सबको पता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से दो बार राज्यसभा सांसद बने. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने. जेडीयू केअंदर कोई गुटबाजी नहीं है यहां सिर्फ एक ही नेता है वो है नीतीश कुमार. अशोक चौधरी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह के कार्यक्रम में 5-10 हजार लोग भी नहीं जुट सकते. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की कृपा से आरसीपी सिंह मंत्री बने.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पटना पहुंचते ही आरसीपी सिंह ने कहा कि उन्होंने खुद अपने परिश्रम और ताकत से अपनी पहचान बनायी है. वे सीधे आदमी हैं और हमेशा सीधा चलते है. आरसीपी ने कहा कि जो पाया मेहनत से पाया. चाहे वो प्रशासनिक पद हो, राज्यसभा सांसद, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष या फिर केंद्र में मंत्री का पद हो. वहीं बीजेपी में शामिल होने की खबर पर आरसीपी सिंह ने कहा कि बीजेपी से जुड़ने की ख़बर मीडिया ही जाने.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू कोटे से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आरसीपी सिंह ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दे दिया. गुरुवार को उनके राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में कार्यकाल समाप्त होने से एक दिन पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया. अब आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद उनकी नई भूमिका को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं