
केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर आरसीपी सिंह पटना पहुंचे और अपने तेवर से साफ कर दिया कि वे भी अपनी तैयारी करके आए हैं. यही वजह है कि जब उनसे जेडीयू के धोखे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा ‘मुझे क्या कोई धोखा देगा, मैं अपनी मेहनत और परिश्रम से आगे बढ़ा हूं.’
आरसीपी सिंह के इस बयान पर JDU की नाराजगी बढ़ गई है और JDU प्रवक्ता अरविंद निषाद ने आरसीपी सिंह पर तीखा हमला बोलते हुए मोर्चा खोल दिया. उन्होंने आरसीपी सिंह पर नीतीश कुमार के न सिर्फ एहसान गिनाए, बल्कि ये भी आरोप साफ-साफ लगाया कि आपकी वजह से JDU को 2022 के विधानसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ गया.
जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने निशाना साधते हुए कहा कि माननीय आरसीपी सिंह को यह कबूल करना चाहिए कि मैं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की कृपा से राज्यसभा में नामित हुआ, जदयू का राष्ट्रीय महासचिव और जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना. मनुष्य को अहंकार में नहीं बल्कि ईमानदारी से स्वीकार करना चाहिए कि मैंने जो भी पद प्राप्त किया वह माननीय नीतीश कुमार जी की कृपा से मिला.
अरविंद निषाद यहीं नहीं रुके. उन्होंने हमला जारी रखते हुए कहा ‘हां, यह जरूर है कि राज्यसभा से लेकर जदयू के सांगठनिक पद तक माननीय नीतीश कुमार जी की कृपा से बने. यह भी सच है कि आप केंद्रीय मंत्री उनकी मर्जी से बने न कि अपनी ईमानदारी, परिश्रम और संघर्ष की बदौलत. आपकी सांगठनिक ताकत का दु:खद एहसास तो हर जदयू कार्यकर्ता को है कि 2015 में जिस जदयू के विधायकों की संख्या 71 थी, उसे 2020 में आपने 43 पर पहुंचा दिया.
माना जा रहा है कि आरसीपी सिंह का बयान JDU के शीर्ष नेतृत्व को नागवार गुजरा है और यही वजह है कि JDU प्रवक्ता अरविंद निषाद ने इस कड़े लहजे में आरसीपी सिंह पर हमला किया. ध्यान रहे JDU प्रवक्ताओं का कोई भी बयान पार्टी लाइन का बयान ही माना जाता है.