
पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों द्वारा आरएसएस (RSS) की तुलना प्रतिबंधित संगठन PFI से किए जाने के बाद बिहार में सियासत में बवाल मचा हुआ है. पुलिस मुख्यालय द्वारा एसएसपी को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया गया है. मानवजीत सिंह ढिल्लों को 48 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है. हालांकि राजनीति अपनी ही रफ्तार से आगे बढ़ती जा रही है. एक तरफ जहां सत्ताधारी दल बीजेपी एसएसपी की बर्खास्तगी की मांग पर अड़ गई है तो वहीं जेडीयू इस मामले पर ज्यादा कुछ कहने से बच रहा है. इस बीच जदयू कोटे से बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बहुत से लोगों ने पहले भी आरएसएस के बारे में बहुत सी बातें कही है अब सब लोग केंद्र में मंत्री बने हुए हैं.
पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों के बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मैंने बयान सुना नहीं है. अखबार में पढ़ा है. इसलिए हमको स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं है उन्होंने क्या बोला है. उन्होंने कहा कि अखबारों में जो बयान छपा है उससे स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि एसएसपी ने किस परिपेक्ष में ऐसा बयान दिया है. साथ ही अशोक चौधरी ने कहा कि बहुत से लोगों ने पहले भी आरएसएस के बारे में बहुत सी बातें कही है. अब वो सब लोग केंद्र में मंत्री बने हुए हैं. ऐसा भी तो उदाहरण है. उन्होंने कहा कि बहुत से लोग जो आज केंद्र में मंत्री हैं. उन्होंने आरएसएस के बारे में क्या-क्या नहीं बोला है. SSP मानवजीत सिंह द्वारा PFI से RSS की तुलना करने पर अशोक चौधरी ने कहा कि सभी को अपने तरह से प्रतिक्रिया देने की छूट है. किसी भी प्रकार के राष्ट्रविरोधी कार्य की हम निंदा करते हैं.
इससे पहले जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि यह जांच का विषय है.उन्होंने कहा कि अगर गलती है तो उसके आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए. और जिनकी जवाबदेही है वो लोग देखेंगे. कोई यह पॉलिटिकल विषय नहीं है कि हमलोग टिप्पणी करें. एसएसपी ने गलत कहा है या सही ये जांच का विषय है. यह देश के सुरक्षा से जुड़ा हुआ विषय है. उसके लिए जो एजेंसियां है वे देखेंगे.
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने पटना के फुलवारी शरीफ इलाके से आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में 3 संदिग्धों को पकड़ा है. जिसकी पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के तौर पर की गई है. इनका संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से बताया जा रहा है. पुलिस ने इन लोगों के पास से पीएफआई और एसडीपीआई के पंपलेट, बुकलेट और गुप्त दस्तावेज जिसमें वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज मिशन-2047 बरामद किया है.