
बिहार लोक सेवा आयोग पेपर लीक मामले में पहली कार्रवाई हुई है। मंगलवार को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने 4 लोगों को अपनी जांच में दोषी पाया है। चारों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें भोजपुर जिले के बड़हरा के BDO जय वर्द्धन गुप्ता शामिल हैं। इन्हें भोजपुर के कुंवर सिंह कॉलेज में स्टैटिक मजिस्ट्रेट के तौर पर शांतिपूर्ण एग्जाम कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी।
साथ ही EOU की टीम ने कुंवर सिंह कॉलेज के वर्तमान प्रिंसिपल डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह को भी गिरफ्तार किया है। एग्जाम के लिए इन्हें सेंटर सुपरिटेंडेंट बनाया गया था। कुंवर सिंह कॉलेज के ही प्रोफेसर सह कंट्रोलर सुशील कुमार सिंह और प्रोफेसर सह असिस्टेंट अगम कुमार सहाय को भी गिरफ्तार किया गया है।
ADG नैयर हसैनन खान ने मंगलवार शाम इन चारों को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है। पेपर लीक होने के बाद से ही EOU की टीम इस केस की जांच कर रही है। अज्ञात लोगों के खिलाफ पटना स्थित EOU के थाना में एक डीएसपी के बयान पर IPC की धारा-420/467/468/ 120(B), 66 IT एक्ट एवं धारा-3 / 10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम-1981 के तहत FIR नंबर 20/2022 दर्ज की गई।
जब इस केस की जिम्मेवारी EOU को मिली, उसके बाद ही सबसे पहले कॉलेज के प्रिंसिपल को भोजपुर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया था। रविवार की रात प्रिंसिपल का टाउन थाना में डिटेन किया गया था। सोमवार को प्रिंसिपल और BDO को भोजपुर से पटना लाया गया। फिर EOU मुख्यालय में इन दोनों से लगातार पूछताछ की गई।