
Patna : 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2023 तक जीविका दीदियों द्वारा शराबबंदी को लेकर विशेष अभियान
बिहार में जीविका समूहों की मदद से शराब से होने वाले नुकसान के खिलाफ खासतौर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2023 तक चलेगा। राज्य में शराबबंदी कानून को लेकर विशेष प्रचार-प्रसार अभियान की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अब जीविका समूहों की दीदी को सौंपी जा रही है। इसके अंतर्गत सभी जिलों के 3 हजार 722 वैसे संवेदनशील टोलों का चयन किया गया है, जो अवैध शराब की बिक्री या तस्करी या बरामदगी एवं चुलाई की शराब तैयार करने को लेकर बेहद संवेदनशील माने गए हैं।
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इसमें पटना, गोपालगंज, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, मधेपुरा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्वी चंपारण एवं पश्चिमी चंपारण जिलों के टोलों की संख्या अधिक है। इसमें वे टोले भी शामिल हैं, जिनमें शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जहरीली शराब से जुड़ी घटनाएं भी हुई हैं। इन टोलों के रहवासियों के बीच खासतौर से जीविका समूहों की मदद से शराब से होने वाले नुकसान के खिलाफ खासतौर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2023 तक चलेगा। इसके बाद इन्हीं टोलों में तीन महीने अगस्त से अक्टूबर तक चार महीने चलाए गए विशेष अभियान का प्रभाव देखने के साथ इसकी मॉनीटरिंग भी की जाएगी। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा जीविका के साथ मिलकर तैयार की है। उत्पाद विभाग के सभी कर्मी इस पूरे अभियान में जीविका का हर तरह से सहयोग करेंगे। बिहार में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग किया जा रहा है।
अवैध शराब के मामले न मिलने पर जीविका दीदी किए जाएंगे सम्मानित
अगर इन सात महीने के दौरान इनमें जिन टोलों का प्रदर्शन अच्छा रहा यानी अवैध शराब से किसी तरह का कोई मामला सामने नहीं आया, तो उसे मद्य निषेध दिवस 26 नवंबर को राज्य सरकार सम्मानित करेगी। इन टोलों के साधन सेवी, जीविका समूह समेत अन्य को सम्मान दिया जाएगा।