
पटना में फर्जी डीएसपी सड़कों पर घूम-घूमकर लोगों को झांसा दे रहा था. लेकिन जब उसका सामना असली पुलिसवाले से हुआ तो उसकी सारी हेकड़ी हवा हो गई. पटना पुलिस ने फर्जी डीएसपी को दबोच लिया. इस शातिर की पहचान विजय कुमार भारती के रूप में हुई है. पटना पुलिस की विशेष टीम ने विजय कुमार भारती को गांधी मैदान थाना क्षेत्र के कारगिल चौक से गिरफ्तार किया है.
पटना पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, फर्जी डीएसपी कारगिल चौक पर एक ऑटो चालक से भाड़े को लेकर झगड़ा कर रहा था. हंगामा होते देख जब मौके पर पुलिस पहुंची तब ऑटो चालक से झगड़ा कर रहे शख्स ने खुद को डीएसपी बताया. इस पर गांधी मैदान थाने की पुलिस ने उससे उसका परिचय पत्र मांगा तो उसने अपना आईडी कार्ड दिखाया. शख्स द्वारा दिए गए आईडी कार्ड पर पुलिस महानिदेशक या फिर पटना के किसी आला अधिकारी का कोई हस्ताक्षर नहीं दिखा. इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को संदेह हो गया की यह फर्जी आईडी है.
शक होने के बाद तत्काल पुलिसवालों ने इसकी जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दी. वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम विजय कुमार भारती बताया. मधुबनी जिले में रहनेवाले विजय भारती ने बताया कि उसने अपने माता-पिता को पढ़ लिखकर डीएसपी बनने का भरोसा दिलाया था. लेकिन जब प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नहीं मिली तब उसने नकली डीएसपी का भेष धारण कर लिया.
पुलिस ने नकली डीएसपी के पास से डीएसपी की वर्दी, नेम प्लेट, कैप, मुहर और दूसरे सामान जब्त किए हैं. पटना के एसएसपी ने बताया कि फर्जी डीएसपी मधुबनी जिले के फुलपरास थाने में एक केस में अपनी बहन की पैरवी कर चुका है और साथ ही वहां के डीएसपी से भी पैरवी करवा चुका है. गिरफ्तारी के बाद फर्जी डीएसपी ने कई राज उगले हैं और उस पर पटना पुलिस अनुसंधान कर रही है.