Bihar

‘बिहार बंद’ के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती, अर्धसैनिक बल की पांच कंपनियां अलर्ट पर रहेंगी

अग्निपथ योजना के विरोध में पटना सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार को जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ. शनिवार को यानि आज कई संगठनों द्वारा बिहार बंद के एलान के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली और सुबह पांच बजे से ही पुलिस बल की तैनाती कर दी जायेगी. पुलिस की विशेष तैनाती उन इलाकों में की जायेगी, जहां छात्र अधिक संख्या में रहते हैं. खासकर अशोक राजपथ, भिखना पहाड़ी और अगल-बगल के इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जायेगी. पटना जिला को अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां मिल चुकी हैं. इसके अलावा रेल पुलिस को भी पटना पुलिस सहयोग करेगी और किसी भी अप्रिय स्थिति होने पर तुरंत ही वहां पहुंचेगी. इसके अलावा तमाम सिटी एसपी, डीएसपी व थानाध्यक्षों को सर्तक रहने और हंगामे की स्थिति में तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गयी है, ताकि अगर किसी प्रकार का उपद्रव होता है तो तुरंत सभी की तस्वीर ली जा सके. इसके बाद तस्वीर के आधार पर उनके खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी

डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि शुक्रवार को जिन-जिन जगहों पर उपद्रव हुआ है, वहां वीडियोग्राफी करायी गयी थी और तस्वीर के आधार पर पहचान कर उन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया. जिले में जितने भी मामले दर्ज किये गये है, उनमें 170 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है और उसमें से 46 की गिरफ्तारी की जा चुकी है. तमाम अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग टीमों को लगा दिया गया है.

बिहार बंद के दौरान उपद्रव की आशंका के मद्देनजर शहर के कई कोचिंग संस्थान और स्कूलों के प्रबंधन ने अपने संस्थान को शनिवार के लिए बंद कर दिया है. रविवार के अवकाश के कारण अब सोमवार को ही ये कोचिंग संस्थान और स्कूल खुलेंगे. इनमें वैसे स्कूल शामिल हैं, जो 15 जून से खुल गये हैं. इन स्कूलों ने अभिभावकों को इस संबंध में एसएमएस भी भेज दिया है. हालांकि, शहर के अधिकतर बड़े स्कूल ग्रीष्मावकाश के बाद 20 जून को खुलने वाले हैं.

अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हुए हंगामा व उपद्रव में पालीगंज, मनेर के साथ ही पटना शहर के कुछ कोचिंग संस्थानों के नाम सामने आये हैं. प्रशासन को उन तमाम कोचिंग संस्थानों की लिस्ट मिल चुकी है और अब उनकी संलिप्तता का सत्यापन किया जा रहा है. अगर जांच में पूरी तरह से प्रमाणित हो जाता है, तो फिर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि हंगामा व उपद्रव कराने के मामले में जिन लोगों की संलिप्तता प्रमाणित हो जायेगी, उन्हें नहीं बख्शा जायेगा.

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