Bihar

जातीय जनगणना के पूरे होने से बिहार के चतुर्दिक विकास में मिलेगी काफी मदद…

DESK : जातीय जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई। बिहार के मुखिया नीतीश कुमार अपने पुश्तैनी घर बख्तियारपुर से इसकी शुरुआत की। बिहार के मुखिया एक सामान्य नागरिक की तरह जनगणना कर्मियों के सारे सवालों का जवाब दिया। इस अवसर पर नीतीश कुमार के पूरे परिवार ने अपना जातीय जनगणना करावाया। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के जातीय जनगणना मॉडल की कई राज्यों ने सराहना की और इस मॉडल को आने वाले समय में पूरा देश अपनाएगा।

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इन 17 सवालों के जवाब दिये CM

  1. परिवार के सदस्य का पूरा नाम
  2. पिता/पति का नाम
  3. परिवार के प्रधान से संबंध
  4. आयु (वर्ष में)
  5. लिंग
  6. वैवाहिक स्थिति
  7. धर्म
  8. जाति का नाम
  9. शैक्षणिक योग्यता
  10. कार्यकलाप
  11. आवासीय स्थिति
  12. अस्थायी प्रवासीय स्थिति
  13. कंप्यूटर/लैपटॉप
  14. मोटरयान
  15. कृषि भूमि
  16. आवासीय भूमि
  17. सभी श्रोतों से मासिक आय

घोषणा पत्र पर भी किए दस्तखत
17 सवालों के जवाब देने के बाद परिवार के प्रधान के रूप में CM को घोषणा पत्र पर दस्तखत भी किए । इसमें वो इस बात की पुष्टि किए कि उनकी तरफ से दी गई सूचना सही है। इसमें से किसी सदस्य की गणना दूसरी जगह नहीं कराई गई है। पटना जिला में 12,741 प्रगणक और 2,139 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है।

जाति आधारित जनगणना में त्रुटियों को पकड़ने के लिए 6 लेयर पर जांच की व्यवस्था की गई है। पहले प्रगणक 17 सवाल के माध्यम से परिवार का आंकड़ा जुटाकर मोबाइल एप में एंट्री करेंगे। सब्मिट करते ही ये पर्यवेक्षक के पास पहुंचेगा। पर्यवेक्षक इसकी जांच कर चार्ज अधिकारी को सब्मिट करेंगे। चार्ज अधिकारी हर डाटा की जांच कर इसे एसडीओ को सब्मिट करेंगे। एसडीओ की जांच के बाद इसे जिले के नोडल पदाधिकारी डीएम को सब्मिट करेंगे। डीएम के बाद ये आंकड़ा सीधा राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग को सब्मिट किया जाएगा।

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