
नीतीश कुमार ने पुल पर पैदल यात्रियों और साइकिल-मोटरसाइकिल के लिए बन रहे सर्विस लेन का मुआयना किया तथा इसके लिए अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के इंजीनियरों को आवश्यक निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी सेतु पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सर्विस लेन का सदृढ़ होना काफी महत्वपूर्ण है. यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए. अधिकारियों ने बताया कि सर्विस लेन का काम भी जून महीने में पूरा कर लिया जाएगा.
बता दें कि आगामी 7 जून को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का उद्धाटन करेंगे. पूर्वी लेन पुल पर पैदल, साइकिल और बाइक चालकों के लिए अलग से सर्विस लेन की व्यवस्था की गई है. महात्मा गांधी सेतु के जर्जर हो जाने पर नवंबर 2016 में जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया गया था. बताया जा रहा है कि इस पुल की देखरेख निर्माण करने वाली एजेंसी आगामी चार सालों तक करती रहेगी.
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुध पूर्णिमा के अवसर पर वैशाली स्थित वैशाली गढ़ पर निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय और बुद्ध स्मृति स्तूप का निरीक्षण करने गए थे. इसी क्रम में रास्ते में मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी सेतु का जायजा लिया.वैशाली में मुख्यमंत्री ने मेडिटेशन सेंटर लाइब्रेरी, विजिटर्स हॉल, गेस्ट हाउस, जलापूर्ति, तालाबों में स्वच्छ जल के संग्रहण को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
निरीक्षण के दौरान निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप के निर्माण कार्य में पहले से ही काफी देर हो चुका है, इसलिए निर्माण कार्य में तेजी लाकर कार्य जल्द पूर्ण करें. कैम्पस में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए मिट्टी भराई का काम तेजी से कराएं. उन्होंने कहा कि मिट्टी भराई के साथ-साथ पूरे कैम्पस में जहां-जहां मुनासिब हो वृक्षारोपण कराया जाय.