
वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रमई राम का गुरुवार को पटना में निधन हो गया. वे कंकड़बाग स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. यहीं उनका इलाज चल रहा था. निधन के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है.रमई राम लंबे समय से बीमार चल रहे थे.
पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर सीएम नीतीश ने गहरी शोक व्यक्त किए हैं. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि रमई राम राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों में लंबे समय तक मंत्री रहे. उन्होंने मेरे साथ मेरे मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था. वे मुजफ्फरपुर के बोचहां (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, जहां से वे 9 बार विधायक रहे और अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे.
उन्होंने कहा कि रमई राम एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी. दलित एवं वंचितों के उत्थान के लिये वे लगातार सक्रिय थे. वे मिलनसार व्यक्ति थे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे हमारा बेहद पुराना रिश्ता था. उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत तौर पर दुख पहुंचा है और मैं मर्माहत हूं. मुख्यमंत्री ने रमई राम की बेटी गीता कुमारी से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी
रमई राम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की.