
67वीं बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन पीटी पेपर लीक मामले में बीपीएससी के सचिव ने माना है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है. उन्होंने कहा कि वायरल प्रश्नपत्र की जानकारी मिली. प्रश्न पत्र आयोग से वायरल नहीं हुआ है. टाइमिंग के मुताबिक परीक्षा केंद्र से यह वायरल हुआ है. उन्होंने कहा कि बीपीएससी (BPSC) के रडार पर कुछ जिले हैं. आयोग ने पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. जांच कमेटी 24 घंटे के अंदर मामले की जांच करेगी और उसकी रिपोर्ट के बाद परीक्षा रद्द करने पर निर्णय लिया जाएगा.
सचिव जीउत कुमार ने कहा कि आयोग की जांच टीम के अलावा स्वतंत्र जांच एजेंसी से भी इसकी जांच करा सकते हैं. आयोग इस सच्चाई से कैसे मुंह मोड़ सकता है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है. किसी को अनुचित रूप से लाभ मिला होगा तो परीक्षा रद्द होगी. आयोग के द्वारा कई जिलों के डीएम से संपर्क साधा गया है.
वहीं, राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि बीपीएससी पीटी की पेपर लीक हो गई थी इसलिए परीक्षा रद्द हो. उन्होंने सरकार से इस पेपरलीक मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि परीक्षा दोपहर 12 बजे से थी लेकिन सुबह 11 बजे के आस-पास प्रश्नपत्र टेलीग्राम और व्हाट्एप ग्रुप में वायरल होने लगा था. दिलीप कुमार ने कहा कि सुबह 11.49 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वायरल प्रश्न ईमेल भी कर दिए थे जिसका सबूत भी हमारे पास है.
आरा के कुवंर सिंह कॉलेज सेंटर पर भी धांधली-सेटिंग की बातें सामने आयी और वहां परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और धरना दिया. दिलीप कुमार ने परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि पेपरलीक की सीबीआई जांच हो. अगर ऐसा नहीं हुआ तो पूरे बिहार मे आंदोलन होगा.