
बिहार लोक सेवा आयोग की 67वें एग्जाम के पेपर लीक मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा ने तेज कर दी है। माना जा रहा है कि आरा के कुंवर सिंह कॉलेज से पेपर लीक हुआ था। यहां के प्रिंसिपल योगेंद्र सिंह और सेंटर मजिस्ट्रेट जयवर्द्धन गुप्ता को पटना बुला लिया गया। उनसे पूछताछ चल रही है।
सेंटर मजिस्ट्रेट जयवर्द्धन गुप्ता वर्तमान में भोजपुर जिले में ही बड़हरा के BDO हैं। कुंवर सिंह कॉलेज में बतौर सेंटर मजिस्ट्रेट शांतिपूर्ण तरीके से BPSC की PT परीक्षा कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी इनके ऊपर ही थी।
मगर, ऐसा हो नहीं सका। वहां से C सेट का पेपर लीक हो गया। काफी तेजी से इसका वीडियो भी वायरल हो गया। इसके बाद कैंडिडेट्स ने जमकर हंगामा किया था। मामला सामने आने के बाद BPSC ने अपनी एक जांच कमेटी बनाई और रिपोर्ट आते ही एग्जाम को कैंसिल कर दिया। इसके बाद पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी EOU के ADG नैयर हसनैन खान और उनकी टीम को सौंपी गई।
रविवार की रात में ही EOU के SP सुशील कुमार अपनी टीम के साथ पटना में बेली रोड पर स्थित BPSC के ऑफिस गए थे। अब सोमवार सुबह भी EOU की टीम वहां दोबारा गई। काफी समय रहने के बाद इनपुट जुटाए। इसके बाद टीम वहां से निकल गई। अब EOU से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि कॉलेज के प्रिंसिपल और सेंटर मजिस्ट्रट को बुलाया गया है। इनसे पूछताछ के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
दूसरी तरफ आरा से सूत्र बता रहे हैं कि कॉलेज के प्रिंसिपल को रविवार की रात में ही पूछताछ के लिए टाउन थाना बुलाया गया था, क्योंकि इसी थाना के तहत गौसगंज में कुंवर सिंह कॉलेज स्थित है। भोजपुर पुलिस की टीम ने भी प्रिंसिपल से रात में पूछताछ की। फिर सीनियर पुलिस अधिकारियों से मिले निर्देश के बाद प्रिंसिपल को डिटेन कर रखा गया। अब उन्हें पटना लाया गया है। यहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
पेपर लीक मामले को लेकर चल रही जांच के बीच पुलिस ने BPSC ऑफिस की सिक्योरिटी बढ़ा दी है। सचिवालय थाना की पुलिस के साथ ही SRAF की टीम को तैनात किया गया है। सचिवालय की ASP काम्या मिश्रा खुद पहुंची थी। किसी भी अनजान शख्स को ऑफिस के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सिर्फ ऑफिस के स्टाफ और जांच टीम के लोग ही अंदर आ-जा सकते हैं.