
Desk : बिहार में जातीय जनगणना के दुसरे चरण की तिथि भी निर्धारित हो चुकी है। दूसरे चरण की गणना 15 अप्रैल से 15 मई के बीच होनी है। विदेशों में रह रहे बिहार के लोगों की भी गणना होगी। बिहार के ऐसे लोग जो विदेश में रह रहे हैं, उन्हें भी दूसरे चरण की जाति आधारित गणना में शामिल किया जाएगा। ऐसे लोगों से संपर्क करने के लिए गणना करने वाले कर्मी मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग के जरिये बातचीत करेंगे। इसी के आधार पर उनका सत्यापन किया जाएगा। प्रत्येक प्रगणक और पर्यवेक्षक के एंड्रायड मोबाइल को रजिस्टर्ड किया गया है। रजिस्टर्ड किए गए इनके मोबाइल पर ही जाति आधारित गणना के लिए बनाए गए एप को डाउनलोड कर दिया गया है।
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विदेश या राज्य के बाहर रहने वाले लोगों से प्रगणक अपने इसी मोबाइल फोन से बातचीत कर उनके बारे में जानकारी इक्कठा करेंगे। परिवार में कितने सदस्य हैं, वह कब से बाहर रह रहे हैं और यहां उनके परिवार के कौन लोग मौजूद हैं, यह जानकारी ली जाएगी। विदेश में रह रहा व्यक्ति यदि अपने पड़ोसी या अन्य रिश्तेदारों को उक्त फॉर्मेट पर हस्ताक्षर करने के लिए अधिकृत करता है तो यह सुविधा भी उन्हें मिलेगी।
प्रत्येक परिवार का होगा यूनिक आईडी नंबर
जाति आधारित गणना के दौरान प्रत्येक परिवार का एक यूनिक आईडी नंबर भी बनाया जाएगा। इस नंबर से ही गणना करने वाले कर्मचारी पूरे परिवार के बारे में जानकारी को एक जगह संग्रहित करेंगे। पटना जिले में 13 लाख 79 हजार 185 परिवार हैं, जिनकी पहले चरण में जाति आधारित गणना के लिए सूचना एकत्र की गई है। ऐसे परिवारों को दूसरे चरण में यूनिक आईडी दी जाएगी।