
भारत की नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जीत के साथ-साथ राजनीति की वह परतें भी खुलनी शुरू हो गई जो पर्दे के पीछे थी। बिहार की राजनीति में एक बड़ा खुलासा बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने किया। संजय जायसवाल ने अपने सोशल मीडिया पर बिहार की विपक्षी पार्टी आरजेडी को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि आरजेडी के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है।
संजय जायसवाल के मुताबिक आरजेडी के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को वोट दिया। जबकि विपक्ष के तरफ से उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा को रखा गया था और आरजेडी के विधायकों को उन्हीं को वोट देना था.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने लिखा- राष्ट्रीय जनता दल के उन सभी 8 विधायकों को बहुत-बहुत आभार जिन्होंने यशवंत सिन्हा जी के आह्वान पर अपनी अंतरात्मा के कहने पर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। बिहार में एक विधायक के वोट की वैल्यू 173 है। आरजेडी के 8 विधायकों के वोट वैल्यू निकाले तो 1384 वोट आरजेडी के विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू को दी है।
द्रौपदी मुर्मू को झारखंड से बहुत वोट मिला है। वह झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। इस राज्य के विधायकों से मुर्मू के व्यक्तिगत रिश्ते भी हैं। वैसे भी यह राज्य आदिवासी बहुल भी है, जिसको देखते हुए कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार चलाते हुए भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुर्मू के पक्ष में वोटिंग करने का ऐलान किया था, जिससे राज्य के आदिवासी समाज की भावना आहत न हो। 82 सीट वाले विधानसभा में से केवल नौ वोट ही यशवंत सिन्हा को मिले, जबकि 18 विधायक कांग्रेस के और एक-एक सीटें CPI-NCP की हैं। 70 वोट BJP प्रत्याशी को मिले। 10 विधायकों ने क्रॉस वोट किया है। ऐसे में माना जा रहा है, ज्यादातर विधायक कांग्रेस के ही होंगे।
बताते चलें कि भारत के 14 राज्यों में क्रॉस वोटिंग हुई है। जिसमें पांच राज्य एमपी, गुजरात, असम, झारखंड और यूपी में सबसे ज्यादा क्रॉस वोट पड़े है। सभी राज्यों में आदिवासी वोटर का अच्छा प्रभाव है। सबसे अधिक क्रॉस वोटिंग असम में हुई है। जहां 22 विधायकों ने एनडीए के प्रत्याशी को वोट दिया।
एमपी में 19 विधायकों ने, महाराष्ट्र में 16 विधायकों ने, उत्तर प्रदेश में 12 विधायकों ने, झारखंड और गुजरात में 10-10 विधायकों ने, छत्तीसगढ़ में 6, बिहार में 8, राजस्थान में 5, गोवा में 4, हरियाणा में 1, हिमाचल प्रदेश में 2, मेघालय में 7 और अरुणाचल प्रदेश में एक क्रॉस वोटिंग हुई है कुल मिलाकर 14 राज्यों के 121 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया है। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव में कोई ह्विप जारी नहीं होता है इसलिए क्रॉस वोटिंग करने वाले जनप्रतिनिधि की सदस्यता बरकरार रहेगी