आज 12 जुलाई को पांच साल बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर जनता दरबार में पहुंचे हैं। सचिवालय स्थित 4KG भवन में जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। CM आज 300-400 के करीब फरियादियों से मिलेंगे। उनसे मिलने के लिए कई जिलों से फरियादियों को विशेष गाड़ियों के माध्यम से पटना बुलाया गया है। जनता दरबार वाले भवन के आसपास के इलाके को किले में बदल दिया गया है। बिना इजाजत किसी को भी इस इलाके में जाने की अनुमति नहीं है। CM से अपनी फ़रियाद सुनाने के लिए जिन्होंने पहले से रजिस्ट्रेशन कराया है, और जिनका मिलना कन्फर्म हुआ है, वही अंदर जा रहे हैं। इसके अलावा किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
यह जनता दरबार कई मायनों में अलग है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से तय किया है कि लोगों की समस्याओं के लिए, बिहार में सुशासन के ब्रांड-निर्माण के लिए और लोगों के एतबार के लिए जनता दरबार शुरू करेंगे। दैनिक भास्कर बता रहा है कि किस तरह से लोग जनता दरबार में पहुंचेंगे और किस तरह से लोगों का इसमें पंजीकरण होगा, क्या सुविधाएं होंगी? जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होगा। एक दिन में मुख्यमंत्री 300 से 400 लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाएंगी। तय किया जाएगा कि किस सोमवार को कौन से लोग अपनी किस समस्या को लेकर पहुंचेंगे। जनता दरबार में उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं और कोशिश यह की जाती है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो जाए।
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के मुताबिक, कोविड के मद्देनजर जनता दरबार के लिए शिकायत आवेदन मोबाइल से लिए जाएंगे। इसके लिए JKDMM एप विकसित किया गया है। जिनके पास मोबाइल नहीं है, वे BDO, SDO और DM कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। संबंधित पदाधिकारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों पर स्वीकृति और तिथि निर्धारण अनुमोदन करने के साथ ही इससे संबंधित सूचना संबंधित DM और BDO को जनता दरबार तिथि से लगभग चार-पांच दिन पूर्व ईमेल पर भेजी जाएगी। साथ ही बुलाए गए आवेदकों की सूची संबंधित DM और BDO एप पर लॉग-इन करके देख सकेंगे।