राजधानी दिल्ली में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बड़ा बयान दिया है. इस्तीफे की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए जगदा बाबू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इस्तीफा नहीं देने वाले हैं. लालू के बेहद करीबी नेताओं में से एक जगदानंद सिंह ने ये भी कहा कि वे भागने के लिए पार्टी में नहीं आये हैं. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का हालचाल लेने के साथ-साथ आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उनसे प्रदेश के सियासी माहौल पर भी चर्चा की. आपको बता दें जगदानंद सिंह के दिल्ली दौरे को निजी बताया जा रहा था लेकिन राजधानी पहुँचते ही जगदा बाबू ने पार्टी सुप्रीमो से बातचीत की है. दोनों नेताओं के बीच लगभग दो घंटे तक बातचीत हुई है.
लालू से मुलाकात के बाद जगदानंद सिंह ने कहा कि “मैं पार्टी से भागने के लिए नहीं आया था. मैं अपनी जिम्मेदारी को किसी दिन किसी को देकर जाऊंगा. इसी तरह इस्तीफा देकर नहीं चला जाऊंगा. बदलाव का समय आता है. हमलोगों की इच्छा है कि समय आ जाने पर बदलाव में विलंब न हो. अपने समय पर सब हो जायेगा.” जगदानंद सिंह ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि संगठन में उनकी भूमिका कभी नहीं थी. उन्होंने बताया कि सरकार और विधानसभा के भीतर उनकी भूमिका थी. अचानक संकट के समय में उन्हें जिम्मेदारी दी गई. तेजप्रताप से नाराजगी को लेकर जगदा बाबू ने कहा कि वह चाचा शख्स का प्रयोग करते हैं. तेजप्रताप सचमुच मेरी नाराजगी की परवाह कर रहे हैं. उनसे मेरी क्यों नाराजगी होगी. जगदानंद सिंह ने कहा कि लालू परिवार से मेरा पहला परिचय तेजप्रताप के जन्म के बाद ही हुआ था. जब तेजप्रताप का जन्म हुआ था तब मैं विधायक था. मैं उनके जन्म के बाद छठी में लालू परिवार से मिलने गया था. इसके अलावा लालू परिवार के साथ राजनीतिक रिश्ते भी चलते ही रहते हैं. मैं उस बच्चे से क्यों नाराज होऊंगा, जो आज नौजवान होकर काम के लायक हो गया है. कहीं भी मतभेद नहीं है.