खगड़िया में सड़क हादसे में ममेरे-फुफेरे दो भाईयों की मौत हो गई। हद तो तब हो गई कि दोनों की लाश की करीब 12 घंटे तक पोस्टमाॅर्टम के लिए सदर अस्पताल में पड़ी रही। इस बात की भनक अस्पताल प्रशासन तक को नहीं लगी। प्रशासन की लापरवाही से परिजन और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोग जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। दरअसल, पसराहा थानाक्षेत्र के देवठा चौक के समीप एनएच 31 पर बीते मंगलवार देर रात बाइक सवार दो युवक किसी ट्रक की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आनन-फानन में स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से दोनों घायल को सदर अस्पताल खगड़िया लाया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए एक को बेगूसराय और दूसरे को भागलपुर भेज दिया गया, लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई। रात में ही दोनों का शव सदर अस्पताल लाया गया।
पूरी रात परिजन खुले आसमान के नीचे शव के साथ सदर अस्पताल में पोस्टमाॅर्टम का इंतजार करते रहे, मगर अस्पताल प्रशासन और स्थानीय थाना पुलिस इसके लिए आगे नहीं आए। बुधवार सुबह 10 बजे तक शव का पोस्टमाॅर्टम नहीं हो पाया था, जबकि परिजनों की भीड़ वहां जुटी रही। मंगलवार देर रात जिले के बेलदौर थाना क्षेत्र स्थित सुखाय बासा निवासी मो जमीर बाइक से अपने ममेरे भाई मो नजरूल को भागलपुर जिले के नौगछिया स्थित उसके घर पर छोड़ने जा रहा था। तभी पसराहा के समीप हादसा हो गया। हादसे में दोनों भाई बुरी तरह जख्मी हो गए थे।