
बिहार के 3 रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा। यहां रेल यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत सीतामढ़ी, दरभंगा, बरौनी, धनबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन का विकास किया जाएगा। इससे पहले भी 5 और स्टेशनों काे पुनर्विकास करने के लिए चुना गया था। पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों का कहना है कि अब तक गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय व सिंगरौली स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की जा चुकी है। पांच और स्टेशनों के चयन के बाद पूर्व मध्य रेल में अब कुल 10 स्टेशनों का पुनर्विकास कर उसे अत्याधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि स्टेशनों के पुनर्विकास के काम को रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) द्वारा किया जाना है।
CPRO राजेश कुमार का कहना है कि स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षा, बेहतर व सुखद यात्रा अनुभव तथा विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं देना है। स्टेशन को विश्वस्तरीय व अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी। रेलवे की जमीन पर मॉल और मल्टीपर्पस बिल्डिंग बनाई जाएगी। स्टेशन का विकास सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता उपकरण और ‘हरित इमारत’ मानकों के अनुसार किया जाएगा। रेल यात्रियों को स्टेशन पर आगमन व प्रस्थान के लिए प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे, जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर व लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो। यात्रियों को दी जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉश रूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे। इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से सहूलियत होगी। पुनर्विकास के क्रम में दिव्यांगाें के लिए भी सभी सुविधाएं जैसे रैम्प, ब्रेल लिपि इत्यादि प्रदान की जाएंगी, ताकि दिव्यांगजन बिना किसी असुविधा के स्वयं भी रेल यात्रा करने में सक्षम हो सकें।