राजधानी पटना के बिक्रम थाना प्रभारी के खिलाफ लोगों का गुस्सा आज फूट पड़ा। बिक्रम थाना के नजदीक शहीद चौक के पास लोगों ने सड़क जाम कर जमकर बवाल मचाया। सैंकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए और थानेदार के खिलाफ जमकर नारे लगाने लगे। लोगों का आरोप है कि थानेदार ऋतुराज का सांठगांठ बालू माफिया, शराब माफिया और अपराधियों से रहा है, जिसके कारण बिक्रम में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। शराब और बालू माफियाओं का यहां बोलबाला है। इस दौरान सड़क जाम के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया और दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग गईं। सड़क जाम कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि बिक्रम थानेदार ऋतुराज के रिजीम में दिनाबीघा गोलीबारी कांड, नगहर हत्याकांड, बेलोरो लूट, गोराखरी गोलीबारी, मोरियावा गांव में पैनाल के लड़का का हत्या, पड़ियावा गांव मे मनीष नामक युवक की छुरा घोंपकर हत्या, मठबलियारी गांव मे ईश्वरचंद्र नन्हू राय को गोली मारकर हत्या, थाना से सटे नगहर गांव के चौक पर होटल मालिक सुरेंद्र यादव की हत्या जैसे कई मामले यहां हुए हैं। थानेदार द्वारा अभी तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बिक्रम थाना प्रभारी यहां हिटलर की भूमिका अदा कर रहे हैं। थाना पर दलालों का अड्डा है और यहां न्याय के लिए पहुंचने वाले लोगों को प्रताड़ित किया जाता है। लोगों ने बताया कि हाल में ही कृषि पदाधिकारी के एक चोरी के मामले में जब वहां प्राथमिकी दर्ज कराने कृषि पदाधिकारी पहुंचे तो उनके साथ बदतमीजी की गई। घंटों बैठाकर उनके साथ गाली गलौज की गई। लोगों ने कहा कि जब तक पुलिस के आला अधिकारी बिक्रम थाना प्रभारी पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तब तक वे घटनास्थल से नहीं हटेंगे। वहीं, दूसरी तरफ बिक्रम थाना प्रभारी ऋतुराज से बात करने पर उन्होंने बताया कि स्थानीय विधायक के थाना पर मनमानी बात नहीं सुनने के कारण उन्होंने लोगों को भड़का कर सड़क जाम करवाया है। थाना प्रभारी ने बताया कि बिक्रम थाना क्षेत्र में लोगों का काम प्रतिदिन विधिवत होता रहा है और प्रत्येक महीने में एक सौ से ज्यादा प्राथमिकी भी होती है। लोगों के लगाए गए आरोप को उन्होंने सिरे से नकार दिया है।