कभी EVM विवाद तो कभी कोरोना के असर से लगातार आगे टलते बिहार पंचायत चुनाव को लेकर राहत भरी खबर है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पंचायत चुनाव के लिए करीब डेढ़ लाख EVM बिहार पहुंच चुकी हैं। निर्वाचन आयोग ने चुनाव को लेकर जो तैयारियां की है, उसमें 10 फेज में राज्य में पंचायत चुनाव कराए जाने हैं। हर फेज में प्रत्येक जिले के 2 प्रखंड में चुनाव होना है। आंकलन के मुताबिक, हर फेज में लगभग 15 हजार बूथ होंगे। हर बूथ पर पंचायती राज व्यवस्था के 4 पदों के लिए 4 EVM रखे जाएंगे। इस तरह हर फेज में करीब 60 हजार EVM की जरूरत होगी। आयोग की प्लानिंग के मुताबिक, पहले फेज के EVM का इस्तेमाल तीसरे फेज में किया जाएगा। वहीं, दूसरे चरण के EVM का चौथे चरण में किया जाएगा। इस तरह 1 लाख 20 हजार EVM को राज्य निर्वाचन आयोग 10 चरणों के चुनाव में चरणवार तरीके से इस्तेमाल करेगा। पहली बार EVM मशीनों से कराए जा रहे पंचायत चुनाव में ग्राम कचहरी के दो पदों के लिए बैलेट पेपर से चुनाव होगा, जबकि पंचायत के 4 पदों के लिए EVM से चुनाव होंगे।
आयोग की प्लानिंग के मुताबिक, सभी जिलों में EVM के पहुंचने के बाद 20 अगस्त से EVM की फर्स्ट लेवल चेकिंग का काम पूरा हो जाएगा। जिन जिलों में EVM पहुंच चुकी हैं वहां पहले से ही यह काम शुरू हो चुका है। फर्स्ट लेवल चेकिंग, यानी FLC में EVM की तकनीकी जांच की जाएगी। इस दौरान अगर किसी EVM में कोई दिक्कत होती है तो उसे तकनीकी विशेषज्ञों से ठीक करा लिया जाएगा। इसके बाद EVM मशीनें बैलेटिंग के लिए रेडी हो जाएगी।
पंचायती राज विभाग और राज्य निर्वाचन आयोग से मिल रही जानकारी के मुताबिक, अगस्त के अंतिम सप्ताह तक चुनावी अधिसूचना जारी हो सकती है। आयोग इससे जुड़ा प्रस्ताव पंचायती राज विभाग को तैयार कर भेजेगा। इसके बाद विभाग इसे कैबिनेट में रखेंगी, जहां से स्वीकृति के बाद चुनावी तारीखों का ऐलान हो जाएगा।