शराबबंदी वाले बिहार में शराब पीने की खबरें आम हो चली है। नया मामला भाजपा के जिलाध्यक्ष से जुड़ा है। मधुबनी जिले के झंझारपुर के जिलाध्यक्ष सियाराम शाह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो अपने जिला कार्यालय में बैठकर शराब पी रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद भाजपा सकते हैं और पार्टी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बिहार में 38 जिले हैं, लेकिन भाजपा ने सांगठनिक लिहाज से बिहार को 45 जिलों में बांट रखा है। इसी तरह से झंझारपुर भी भाजपा संगठन का एक जिला है। यहां के जिलाध्यक्ष हैं सियाराम शाह। सियाराम शाह का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो अपने जिला कार्यालय में बैठकर अपने दो साथियों के साथ शराब पी रहे हैं। सामने शराब की बोतल है। ग्लास है और हाथ में सिगरेट। इस वीडियो में सियाराम शाह सफेद और भूरे रंग की धारीदार टी-शर्ट पहने हुए हैं। वीडियो के सामने आने के बाद ये मामला गरम हो गया है। विपक्ष इस पर हमलावर है तो भाजपा इसे लेकर फिलहाल चुप है ।
वीडियो के कारण आरोपों में घिरे शाह अपने बचाव में कई तरह के तर्क दे रहे हैं। मीडिया ने इस मामले में जब उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि बीते 6 महीने वो झंझारपुर कार्यालय गए ही नहीं। उनके घर से झंझारपुर भाजपा कार्यालय 35 KM दूर है। यहीं नहीं उनके मुताबिक, BJP का वो दफ्तर जहां बैठकर शराब पीने का वीडियो सामने आया है वो 2 महीने पहले ही खाली हो चुका है। BJP जिलाध्यक्ष यह भी कह रहे हैं वो टी-शर्ट पहनते ही नहीं। उनका कहना है कि किसी ने साजिश के तहत उनके चेहरे का इस्तेमाल किया है।
BJP के जिलाध्यक्ष अपनी सफाई में 6 महीने से झंझारपुर कार्यालय नहीं जाने की बात कह रहे हैं, लेकिन बिहार में 2016 से ही शराबबंदी लागू है। बीते 2 साल वो भाजपा के जिलाध्यक्ष हैं। ऐसे में सामने आया वीडियो अगर 6 महीने पुराना भी है तब भी सियाराम शाह शराबबंदी कानून तोड़ रहे हैं। हालांकि, HEADLINES BIHAR इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।