पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर आज से बिहार में नयी शुरुआत होने जा रही है. पटना नगर बस सेवा के विभिन्न मार्गों पर 50 नई सीएनजी बसों का परिचालन शुरू होने जा रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत 350 एंबुलेंस का शुभारंभ पटना से विभिन्न जिलों के लिए किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) शनिवार को 50 नई सीएनजी बस एवं विभिन्न जिलों के लिए 350 एंबुलेंस का फ्लैग ऑफ करेंगे. बता दें कि सभी सीएनजी बस जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन, आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. यात्रियों को मार्गों की जानकारी के लिए बस के अंदर एवं बाहर कुल 4 चार डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं. बसों के अंदर मोबाइल चार्ज करने की भी व्यवस्था है.
मिली जानकारी के अनुसार सीएनजी बसों में ड्राइवर सहित कुल 32 सीटें हैं. सभी बसें जीपीएस युक्त है, जिससे बसों का वास्तविक स्थान पता किया जा सकता है. बसों में पैनिक बटन उपलब्ध है, जिसे आपातकालीन स्थिति में उपयोग किया जा सकता है. सभी बसों में सुरक्षा हेतु 3-3 सीसीटीवी कैमरा उपलब्ध है. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि शुरुआती दौर में 20 डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया गया था. अब 50 नई बसों का सीएनजी बसों का परिचालन किया जाएगा. मार्च 2022 तक सभी सरकारी पटना सिटी डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया जाएगा.
परिवहन सचिव ने बताया कि पूर्व में डीजल चालित कुछ बसों को सीएनजी में कन्वर्ट कर परिचालन किया गया था. इसके सफल परिचालन के बाद सीएनजी बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है. सीएनजी स्टेशन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस सुविधा बढ़ाने के मकसद से बिहार सरकार आज 350 एंबुलेंस प्रखंडों को मुहैया कराने जा रही है. मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत प्रखंडों को मिलने वाले इन एम्बुलेंसों में हर एक पर यूनिफार्म में 4 स्टाफ होंगे.इसमें दो ड्राइवर होंगे. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस मालिकों ने आपदा के बावजूद लोगों से मनमाना भाड़ा वसूल करना शुरू कर दिया था. सरकार की आज की यह पहल स्वास्थ्य सुविधा की दृष्टि से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी.