
अभी तक सिर्फ फिल्मों में ही भगवान फरियादी बन मुकदमा लड़ते रहे हैं। ऐसी कई फिल्में हैं जिनमें ऐसी कहानी सामने आई है। हाल ही में OMG फिल्म में ऐसा देखने को मिला था। वर्तमान घटना बिहार के आरा जिले की है। यहां के बड़े हनुमान जी की फरियाद पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया है।
क्या है हनुमान जी की फरियाद?
आरा सिविल कोर्ट में एक मुकदमा दाखिल हुआ। मुकदमें में फरियादी के तौर पर पहली पार्टी बड़े हनुमान जी को बनाया गया। जब यह मामला सामने आया तो सबको बड़ा आश्चर्य हुआ। जो भगवान सबकी फरियाद सुनते हैं उनकी फरियाद अब अदालत सुनेगा। जानकारी निकल कर आई कि मठिया के तत्कालीन महंत ने यह मुकदमा दायर किया था। इस मुकदमें में महंत राम किंकर दास ने हनुमान जी को पहली पार्टी बनाया था। भगवान हनुमान की तरफ से चार अलग-अलग लोगों पर मुकदमा दायर किया गया। मुकदमा ठाकुर जी मठ की जमीन विवाद का है। मुकदमें के अनुसार हनुमान जी और ठाकुर जी की जमीन इन चार लोगों ने हथियाने की कोशिश की। जिस जमीन को हनुमान जी वापस चाहते हैं।
कब हुआ था मुकदमा और कौन-कौन हैं आरोपी?
यह मुकदमा 1988 में आरा सिविल कोर्ट में दायर हुआ। मुकदमें में फरियादी के तौर पर Hanuman Jee के साथ ठाकुर जी एवं अन्य देवताओं को रखा गया। हलांकि पहला फरियादी हनुमान जी को बनाया गया था। इस मुदकमें के पहले आरोपी का नाम पुष्पा देवी है। इनपर जमीन हड़पने और महंत पद की दावेदारी का आरोप है। दूसरे आरोपी नारायण शर्मा, तीसरे आरोपी योगिंदर सिंह और चौथे अयोध्या मिस्त्री हैं। इन तीनों पर दुकान हड़पने एवं किराये का भुगतान नहीं करने का आरोप है।
यह मुकदमें आज तक फैसला नहीं आया है और सुनवाई चल रही है। इस सिलसिले में तथाकथित आरोपियों के पुत्र चंदन ओझा बात की गई। चंदन का कहना है कि पहले तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। जब पता चला तो हमें बहुत आश्चर्य हुआ। हलांकि कोर्ट की दी हुई तारीख पर हमने हाजिरी देने जाते हैं।
भगवान को फरयादी बनाकर मुकदमा किए जाने के मामले पर वकील से भी बात की गई। वकील का कहना था कि ऐसा संभव है और यह संविधान संगत भी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में कोर्ट क्या फैसला सुनाता है।