politics

अमित शाह से उपेन्द्र कुशवाहा की मुलाकात के क्या है सियासी मायने!

Desk : उपेंद्र कुशवाहा ने अमित शाह से मुलाकात को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है. बीते दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने अमित शाह से मुलाकात की. अब इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. मुलाकात बंद कमरे में घंटों तक चली. बिहार की राजनीति पर चर्चा हुई.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार पर चर्चा हुई. उनको बिहार में कैसे रोका जाए. बता दे नीतीश कुमार से अलग होने के बाद कुशवाहा ने अपनी पार्टी बनाई. पार्टी का नाम रखा राष्ट्रीय लोक जनता दल. उस पार्टी के बैनर तले बिहार भ्रमण करके अपने आप को मजबूत किया. अपने समाज के लोगों को यह बताया कि देखिए किस तरीके से नीतीश कुमार ने मुझे ठगा है. अब आप लोगों का साथ मुझे चाहिए.

कुशवाहा समाज ने उपेंद्र कुशवाहा का साथ भी दिया. उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में शक्ति प्रदर्शन करके तमाम पार्टियों को यह बताया कि हम कितने मजबूत है. ऐसे में भाजपा कुशवाहा से मुलाकात कर रही है. और बिहार में अपने आप को मजबूत करने की कवायद शुरू कर रही है. इसी संदर्भ में अमित शाह की मुलाकात उपेंद्र कुशवाहा से होती है. वहीं 2024 की तैयारी के लिए एक लंबी प्लानिंग होती है.

यह भी पढ़े : राहुल गांधी को लगा बड़ा झटका, सजा रद्द करने की अर्जी को कोर्ट ने किया खारिज..

बता दे आपको की 2013 में भी इसी तरीके से JDU से अलग होकर उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी बनाई थी. 2014 में NDA में शामिल होकर चुनाव लड़ा था. जिसमें उनके तीन सांसद जीत कर आए थे. उपेंद्र कुशवाहा खुद सांसद बने थे. फिर उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए का साथ छोड़कर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर अपनी पार्टी बना दी. फिर उस पार्टी का विलय जनता दल यूनाइटेड में कर लिया.

अब फिर से वहां से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई है. और फिर यह प्रयास कर रहे हैं कि NDA में मिलकर चुनाव लड़े. ताकि लोकसभा में दो-चार सीट मुझे मिल जाए. और वह आसानी से दिल्ली पहुंच जाए. हालांकि कहा यह जा रहा है कि 2024 के साथ-साथ 2025 पर भी चर्चा हुई है. उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठना है.

हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर यह मिली के उपेंद्र कुशवाहा उपमुख्यमंत्री के लिए भी तैयार है. लेकिन शर्त यह है कि नीतीश कुमार के साथ कोई भी समझौता नहीं करना चाहते है.

Related Articles

Back to top button