
DESK : प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश की जनता से किये गए वादों का जिक्र करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि देश की जनता से पीएम मोदी के झूठे वादों की पोल खुल चुकी है। जिसका खामियाजा 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को भुगतान पड़ेगा।
श्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा 2014 के लोकसभा चुनावों में श्री नरेंद्र मोदी ने और भाजपा ने कई बड़े-बड़े वादे किए थे, जिन्हें आज तक पूरा नहीं किया। पीएम मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने जनता से विदेशों में जमा काला धन 100 दिनों में ही वापस लाने का बड़ा वादा किया था। यहां तक की भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा में भी दावा किया था कि मात्र 100 दिन के भीतर ही देश में काले धन की एक – एक पाई को वापस लाया जाएगा, लेकिन कमाल की बात है कि काला धन लाना तो दूर, भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में संसद में ये भी कह दिया था कि हमें नहीं मालूम विदेश में कितना काला धन है?
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श्री राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र द्वारा जबरन थोपी गयी नोटबंदी को फ्लाप बताते हुए कहा कि 2016 में नोटबंदी की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने नोटबंदी से होने वाले फायदों में काले धन पर अंकुश लगाने की बात कही थी। नोटबंदी के छः साल पूरे होने के बाद भी नोटबंदी से जुड़े सभी दावों की हवा निकल गई है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान श्री मोदी ने कहा था कि ‘एक बार ये जो चोर-लुटेरों के पैसे विदेशी बैंकों में जमा हैं ना, उतने भी हम रुपये ले आए ना, तो भी हिंदुस्तान के एक-एक गरीब आदमी को मुफ्त में 15-15 लाख रुपये यूं ही मिल जाएंगे।’ क्या हुआ 15 लाख का? जनता जवाब चाहती है।
ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि डीजल, पेट्रोल और गैस में महंगाई कम होगी लेकिन आज पेट्रोल का दाम 100 रुपए से ऊपर है और डीजल और गैस के दाम तो आसमान छू रहे हैं। जनता पर लगातार मंहगाई का बोझ बढ़ रहा है। सरकार के महंगाई कम करने की दावे और वादे भी झूठे साबित हुए।
श्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि प्रधानमंत्री बनते ही एक डॉलर की कीमत 40 रुपये हो जाएगी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बने 8 साल से ज्यादा हो रहे हैं और रुपया कभी 40 के आस पास नहीं पहुंचा है बल्कि पहले से भी ज्यादा रुपया आज गिर गया है।
पीएम मोदी ने 2022 तक 100 स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था। आज 2023 में कितनी स्मार्ट सिटी बनकर तैयार हुईं? इतना ही नहीं श्री मोदी जी ने कहा था कि जब देश आजादी का 75वां साल मना रहा होगा, तब तक कोई भी ऐसा परिवार नहीं होगा जिसका अपना खुद का पक्का घर नहीं होगा। लेकिन जमीनी हकीकत प्रधानमंत्री के वादे से कोसों दूर है। केंद्र सरकार ने जिस तरह से बढ़-चढ़ कर गंगा की स्वच्छता को लेकर घोषणाएं की थी, दरअसल वह अभी तक जमीन पर नहीं उतर पायी हैं।
पीएम मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट है। सरकार की किसान विरोधी नीतियों की वजह से किसानों की आय घटती जा रही है। आज देश में सिर्फ झूठा प्रचार-प्रसार हो रहा है। गरीब-किसान और मध्यवर्ग के लिए संकट का दौर है। आखिर इस सभी वादों और दावों पर भाजपा कब जवाब देगी?