
DESK : दशरथ माँझी कौशल विकास योजना : योजना का उद्धेश्य महादलित युवकों एवं युवतियों को नि:शुल्क व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उनके लिए रोजगार सुनिश्चित करना, जिससे महादलित का आर्थिक एवं शैक्षणीक विकास हो सके । प्रशिक्षण के दौरान मिशन के द्वारा स्टाईपेंड (75 रुपये प्रति प्रशिक्षण दिन) एवं प्रशिक्षण पाठ्य-सामग्री/प्रशिक्षण टूल-किट दिया जाएगा। दशरथ माँझी कौशल विकास योजना के अंतर्गत नौ व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम राज्य के जिला मुख्यालय मे चलाया जा रहा है। इस योजना में महिलाओ को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री महादलित पोशाक योजना
इस योजना के तहत सरकारी विद्मालय मे पढ़ने वाले 1 से 5 वर्ग तक के सभी महादलित छात्र-छात्राओं को 500/- रु0 पोशाक, जुता आदि क्रय करने हेतु नगद राशि उपलब्ध कराया जाता है। अगले वर्ष इस योजना के अंतर्गत पहले और दुसरे वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिशन के द्वारा लाभांवित किया जायेगा। तीसरे से पाँचवे वर्ग तक के छात्र-छात्राओं को मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा लाभांवित किया जायेगा।
विकास मित्र
विकास मित्र सरकार के सभी योजनाओं को महादलितों के विकास हेतु प्रभावी ढंग से कार्यांवयन के लिए प्रत्येक पंचायत(ग्रामीण) एवं वार्ड(शहरी) मे एक-एक विकास मित्र का चयन करने की योजना है। प्रत्येक पंचायत एवं वार्ड समूह में जिस महादलित जाति की बहुलता होगी उसी जाति से विकास मित्र का चयन किया जायेगा। विकास मित्र के चयन में 52 प्रतिशत महिलाओं का चयन किया जायेगा। प्रतिमाह 3000/- रु0 मानदेय का भुगतान किया जायेगा। विकास मित्र स्रकार एवं महादलित परिवारों के बीच एक कड़ी की रुप में एवं महादलित समुदाय में एक Change Agent के रुप में कार्य करेंगे। सम्पूर्ण राज्य में लगभग 10,000 विकास मित्रों का चयन मार्च, 2010 तक करने की योजना है।
महादलित शौचालय निर्माण योजना
सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण हेतु महादलित परिवार(लाभार्थी) के सहांश (Contribution) 300/- रु0 प्रति परिवार को बिहार महादलित विकास मिशन की ओर से देकर नि:शुल्क शौचालय निर्माण की कार्रवाई सभी जिलों में की जा रही है। इस योजना के तहत 7.00 करोड़ रु0 की राशि मिशन के द्वारा जिला जल एवं स्वच्छता समिति को उपलब्ध करा दी गई है जिससे 2,33,333 शौचालयों का निर्माण किया जाना है।
मुख्यमंत्री महादलित रेडियो योजना
महादलितों को मुख्यधारा मे जोड़ने एवं प्रभावी जीवन दृष्टि बनाने हेतु इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को ट्रांजिस्टर क्रय करने के लिए 400/- रु0 दिया जाना है ।
सामुदायिक भवन-सह-वर्कशेड
सामुदायिक भवन-सह-वर्कशेड का उद्धेश्य महादलित टोला में एक ऐसे भवन का निर्माण करना जहाँ महादलितों के सामाजिक कार्यों के निर्वाहन के साथ-साथ बौद्धिक, सांस्कृतिक एवं खेल-कूद की गतिविधियों का विकास हो सके। जिला प्रशासन द्वारा चयनित एवं अनुशंसित पंचायतों जहाँ महादलितों की अधिक अबादी है, में कम से कम एक सामुदायिक भवन निर्माण करने का लक्ष्य है।
सहायता (कॉल सेंटर)
‘सहायता’ बिहार महादलित विकास मिशन द्वारा स्थापित पूर्णत: कम्प्यूटरीकृत आधुनिक सुविधाओं से युक्त कॉल सेंटर है । इस कॉल सेंटर की स्थापना मुख्य रुप से अनु0 जाति एवं अनु0 जनजाति(अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 एवं नियम 1995 के अंतर्गत की गई है । ‘सहायता’ अनु0 जाति एवं अनु0 जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत आने वाले शिकायतों को प्राप्त करेगा और उसका समुचित निराकरण करने मे अभिवंचित वर्ग की सहायता करेगा । इस कार्य के अतिरिक्त ‘सहायता’ बिहार महादलित विकास मिशन एवं अनु0 जाति एवं अनु0 जनजाति कल्याण विभाग की योजनाओं से संबंधित जानकारी मांगकर्ता तक पहुँचाएगी साथ ही मिशन एवं विभाग से जुड़ी समस्याओं को भी लाभुकों जो अभिवंचित वर्ग के सदस्य है से प्राप्त कर समाधान के लिए संबंधित अधिकारी एवं विभाग को प्रेषित करेगीं । ‘सहायता’ कॉल सेंटर के तरह कार्य कर रहा है इस हेतु एक टॉल फ्री नं0- 18003456345 बी0एस0एन0एल0 से लिया गया है जिस पर एक साथ 30 कॉल आने जाने की सुविधा है ।
महादलित आवास भूमि योजना
भूमिहीन/आवासहीन महादलित परिवारों का सर्वेक्षण कराकर,चिन्हित कर प्रति परिवार 3 डेसिमल भूमि उपलब्ध कराने का प्रावधान है । राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा इस हेतु एक House Site Scheme तैयार कर इस योजना को क्रियांवित किया जा रहा है । भूमि की बन्दिबस्ति महिलाओ के नाम से किया जायेगा ।
महादलित जलापूर्ति योजना
महादलित जलापूर्ति योजना में प्रत्येक महादलित बस्ती जिसकी अबादी कम से कम 125 हो में एक स्वच्छ पेयजल का स्त्रोत उपलब्ध कराना है । इससे महिलाओं को पानी लाने के लिए अतिरिक्त श्रम नही करना पड़ेगा साथ ही लोगो को स्वास्थ्यगत स्थिति में सुधार आयेगी ।
मुख्यमंत्री नारी ज्योति कार्यक्रम
इस योजना के अंतर्गत महादलित महिलाओं का स्वयं सहायता समूह गठित कर उनका अर्थिक सशक्तिकरण किया जाना है । गया , मुजफ्फरपुर , खगड़िया , नवादा जिलों में डेयरी , बकरी एवं कुकुट पालन हेतु स्वयं सहायता समुहों को आर्थिक सहायता दिया जायेगा ।
महादलित क्रेश
महादलित बस्तियों में आँगनबाड़ी केन्द्र के साथ एक-एक क्रेश खोलने का भी प्रस्ताव है । इसमें तीन वर्ष तक के बच्चों की देख-रेख करने की व्यवस्था होगी । क्रेश खोलने से वे बच्चियाँ विद्मालय जा सकेंगी जिन्हे घर में बच्चों की देखभाल के लिए रुक जाना पड़ता है । प्रायोगिक स्तर पर गया जिला मे इस योजना की शुरुआत की जायेगी ।
धनवंतरी मोबाईल चिकित्सा योजना
महादलितों की बस्ती मे स्वास्थ्य के परिक्षण के लिए विशेष मोबाईल आयुर्वेदिक वैन चलाया जायेगा । योजना के कार्यांवयन के संबंध में विचार – विमर्श कर एक कार्ययोजना का निर्माण किया गया है , जिसके तहत राज्य को विभिन्न जोन मे बांट कर चिकित्सा , औषधि एवं जाँच किट सहित वैन निश्चित स्थान एवं समय पर महादलित टोलों में उपलब्ध कराया जायेगा । इस योजना का कार्यांवय स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जायेगा । इसमे महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जायेगा ।
महादलित स्वास्थ्य-कार्ड योजना
महादलित बस्ति मे स्वास्थ्य परिक्षण के लिए विशेष अभियान चलाने हेतु परिवार को एक स्वास्थ्य कार्ड दिये जाने की योजना है । इस योजना का कार्यांवय स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है ।
सामुदायिक रेडियो
महादलित वर्ग के कलाकारों को सम्मिलित कर रेडियो कार्यक्रम तैयार किया जायेगा एवं लोकगीत , लोककथा , लोकनृत्य आदि को प्रसारित किया जाएगा । अत: विभिन्न भाषायी केन्द्रों पर रेडियो खोलने का प्रस्ताव है । इसमे प्रथमिकता के आधार पर उनके लोकज्ञान को तो प्रदर्शित किया जाएगा साथ ही साथ सरकारी कार्यक्रमों की भी जानकारी दी जाएगी ।
महादलित बस्ति सम्पर्क योजना
महादलित बस्ति सम्पर्क योजना महादलित बस्तियो को ग्रामीण पथ से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण योजना है ।
अनुसूचित जाति आवासीय विद्मालय
जिले के सभी अनुसूचित जाति आवासीय विद्मालय में केन्द्रीयकृत प्रवेश परीक्षा प्रणाली को लागू कराकर 60 प्रतिशत स्थान को महादलित समुदाय के लिए आरक्षित किया गया है.
इसके अतिरिक्त महदलित वर्ग के छात्र/छात्राओं के लिए शिक्षण सबन्धी कई योजनाओं को अंतिम रुप दिया जा रहा है । इसे शिघ्र जी कार्यांवित किया जायेगा ।
महादलित आंगंबाड़ी
महादलित बस्तियों मे 500 परिवार पर कम-से-कम एक मिनी आंगंबाड़ी खोलने की योजना है ।