
‘कांग्रेस हमें बता देती कि प्रदेश स्तर पर उसे कोई गठबंधन नहीं करना है। राष्ट्रीय स्तर पर जो चुनाव होगा उसमें ही गठबंधन होगा। कांग्रेस हमसे सीधा कह दे कि समाजवादियों की कोई जरूरत नहीं, हम वादा करते हैं कि हम एक बार भी गठबंधन की बात नहीं करेंगे। ‘- मध्यप्रदेश विवाद पर अखिलेश यादव
इंडिया गठबंधन की सबसे महत्वपूर्ण पार्टियों में सपा शुमार है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें है। इस लिहाज से भी इंडिया गठबंधन में अखिलेश यादव का महत्व बढ़ जाता है। लेकिन Madhya Pradesh में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा आमने सामने हो गई है। 17 नवंबर को MP में विधान सभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस ने वहां सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए। जबकि इससे पहले दिग्विजय सिंह से सपा नेता की मुलाकात हो चुकी थी। इनकी छह सीटों पर सहमति भी बन चुकी थी। बावजूद इसके कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारा और अजय राय ने सपा पर बयान दे दिया।
मध्यप्रदेश विवाद पर अखिलेश यादव ने क्या कहा?
इसके बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तल्ख बयाद देने शुरू किए। अखिलेश यादव ने कहा- कांग्रेस हमसे सीधा कह दें कि समाजवादियों की हमें कोई जरूरत नहीं। हम आपसे वादा करते हैं कि हम एक बार भी गठबंधन की बात नहीं करेंगे। मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि हमें समाजवादी पार्टी से गठबंधन नहीं करना हैं। वे हमारे खिलाफ साजिश तो न करें, हमें धोखा तो न दें। अगर उन्हें गठबंधन करना है तो करें, नहीं करना है तो हमें साफ बता दें। हम उसी अनुसार अपनी तैयारी करें और भाजपा को हरा सकें।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस को गठबंधन नहीं करना था तो बैठक में बुलाया ही क्यों? मेरे इस सवाल का जवाब कोई तो दे। अगर प्रदेशस्तर की जगह भारतस्तर पर गठबंधन करना था तो 2024 में इसपर बात होती। सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘उन्हें कभी ऐसा लगे कि समाजवादियों की जरूरत होगी तो वे हमें बुला सकते हैं। हमारे लोहिया और नेताजी कांग्रेस की मदद की बात कह चुके हैं। उनका कहना था कि कांग्रेस सबसे ज्यादा कमजोर होगी और उसे जब जरूरत होगी तो वह सपा को बुलाएगी। आप मना मत करना, कांग्रेस का साथ दे देना। इसलिए हम अपनी पुरानी परंपरा में चले जाएंगे।’
क्या था पूरा विवाद? कांग्रेस नेताओं ने क्या कहा?
मध्यप्रदेश में एक भी सीट नहीं मिलने से सपा प्रमुख नाराज हो गए। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस को उत्तरप्रदेश वही मिलेगा जो मप्र में कांग्रेस ने दिया किया है। सपा की नाराजगी के बाद कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को पलटवार किया। अजय राय ने कहा कि सपा दोष नहीं दे सकती क्योंकि उसने कांग्रेस से पहले उम्मीदवारों की सूची जारी की। सपा अलग से चुनाव लड़कर भाजपा को मजबूती दे रही है। वहीं कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भी अखिलेश यादव पर गलत बयानबाजी की थी। मामले में अजय राय ने अखिलेश यादव से माफी मांगी है।
मध्यप्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए सपा ने अबतक 31 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। 2018 के मध्यप्रदेश चुनावों में सपा ने में 1.30 प्रतिशत वोट हासिल किया था। बुंदेलखंड क्षेत्र में बिजावर सीट सपा जीती और पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।