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मगध की धरती से बीजेपी को चुनौतीः चाणक्य की भूमिका में नीतीश कुमार

चाणक्य की भूमिका में नीतीश कुमार

मगध की राजधानी पाटलिपुत्र एक ऐतिहासिक घटना का गवाह बना। 17 महत्वपूर्ण दलों के 30 दिग्गज नेताओं ने विपक्ष की महाबैठक में हिस्सा लिया। मिशन 2024 के लिए नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बीजेपी के खिलाफ मजबूत रणनीति पर चर्चा हुई। Nitish Kumar ने बैठक में बीजेपी के शासनकाल पर इतिहास बदलने का आरोप लगाय। नीतीश कुमार के द्वारा लगाए गए आरोपों पर दो कदम आगे बढ़ाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि इतिहास बदलने वाले 23 जून 2023 को याद रख लें। बिहार की धरती से ही इतिहास बचाया जाएगा। ममता बननर्जी ने विपक्षी एकता पर कहा कि हम एकजुट हैं और हम एक रहेंगे।
राहुल गांधी ने विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए बलिदान देने की बात कही। Rahul Gandhi का कहना था कि हम एक साथ हैं और चुनाव भी एक साथ लड़ेंगे। रणनीति के लिए अगर कोई सीट हमें छोड़नी पड़ी तो हम इसे खुशी-खुशी छोड़ेंगे ।

विपक्ष की बैठक के महत्वपूर्ण निर्णय।

-10 से 12 जून को अगली बैठक शिमला में होगी।
-शिमला बैठक की अध्यक्षता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
-कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, शिमला बैठक में होगा तय।
-लोकसभा चुनाव में साथ लड़ने को लेकर साझा एजेंडे पर होगी चर्चा।
-बीजेपी को 100 सीटों पर सिमेटने की योजना बनाई जाएगी।

विपक्षी बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ख़ड़गे एवं कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख एवं उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव।
शिवसेना (ठाकरे गुट) के प्रमुख एवं महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे।
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन।
नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत 17 दलों के 30 से ज्यादा दिग्गजों ने बैठक में भाग लिया।

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