
इंडिया गठबंधन की मुम्बई बैठक में 14 सदस्यीय कॉर्डिनेशन कमिटि का निर्माण किया गया था। जिसके बाद यह घोषणा हुई थी कि यही कमिटि सीट शेयरिंग पर चर्चा करेगी। मुम्बई बैठक के बाद कॉर्डिनेशन कमिटि की दिल्ली बैठक आयोजित की गयी। दिल्ली में शरद पवार के घर पर आयोजित यह कॉर्डिनेशन कमिटि की पहली बैठक थी। जिसमें ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि सीट शेयरिंग को फाइनल किया जा सकता है। हलांकि इस बैठक में सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई पर उसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। कॉर्डिनेशन कमिटि के सदस्यों ने कहा कि स्टेट लेवल पर सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा की जाएगी।
दिल्ली बैठक में और किन मुद्दों पर बनी सहमति?
देशभर में संयुक्त जनसभाएं की जाएंगी।
अक्टूबर में पहली जनसभा मध्यप्रदेश के भोपाल में होगी।
जातीय जनगणना को लेकर बनी सहमति।
मीडिया और टीवी एंकर्स की बायकॉट लिस्ट पर हुई सहमति।
इंडिया के सदस्य इस लिस्ट के टीवी एंकर्स का बायकॉट करेंगे।
सीटों को लेकर तालमेल की प्रक्रिया शुरू होगी।
राज्य स्तर पर सीट शेयरिंग होगा निर्धारित।
इंडिया गठबंधन मीडिया एंकर्स का क्यों रही है बायकॉट?
दिल्ली में कॉर्डिनेशन कमिटि की बैठक के बाद एक चर्चा ने बड़ा तूल पकड़ा। दरअसल इंडिया गठबंधन ने मीडिया एंकर्स की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में जिन एंकर्स का नाम है उसका बायकॉट इंडिया गठबंधन के द्वारा किया जाएगा। इंडिया गठबंधन का कहना है कि ये एंकर्स एकतरफा किसी खास पार्टी के लिए काम करती है। किसी खास पार्टी के मुद्दों पर डिबेट कराना इनकी प्राथमिकता है। जनहित के मुद्दों को ये न के बराबर जगह देते हैं। डिबेट में कुछ पार्टी के प्रवक्ताओं को ज्यादा और कुछ को बिल्कुल बोलने का अवसर नहीं देते हैं।
बायकॉट लिस्ट में किन मीडिया एंकर्स का है नाम?
अदिति त्यागी, अमन चोपड़ा, अमीश देवगन।
आनंद नरसिह्मन, अर्नव गोस्वामी, अशोक श्रीवास्तव।
चित्रा त्रिपाठी, गौरव सावंत, नविका कुमार।
प्राची पराशर, रूबिका लियाकत, शिव अरुर।
सुधीर चौधरी और सुशांत सिन्हा।
दिल्ली बैठक में किसकी कुर्सी रही खाली?
समन्वय समिति में कुल 14 सदस्यों में 3 सदस्य अनुपस्थित रहे।अनुपस्थित सदस्य में पहले हैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन।बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन के अस्वस्थ होने के कारण अनुपस्थित रहे। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेशी के कारण इस बैठक शामिल नहीं हो सके। वहीं माकपा की अनुपस्थिति का कारण प्रतिनिधि का नाम फाइनल नहीं होना है।