
Delhi, The India Top: दिल्ली में कोरोना के मामले एक बार तेज़ी से बढ़ने लगे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब चौथी लहर अपनी दस्तक देने वाली है। ऐसे में अब बच्चों की शिक्षा एक बार फिर संकट में पड़ता हुआ दिख रहा है। कल यानी सोमवार को दिल्ली में 501 नए मामले पाए गए हैं और पॉजिटिविटी रेट 7.72 पर पहुंच गई है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बच्चों के स्कूल एक बार फिर से बंद किए जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों में 50 स्कूली छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सभी छात्र प्राइवेट स्कूल के बताए जा रहे हैं। अब कल यानी 20 अप्रैल को डीडीएमए की बैठक होने वाली है। अब आशंका जताई जा रही है कि स्कूलों को लेकर कुछ अहम फैसले लिए लिया जा सकते है। इससे पहले रविवार को शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सभी स्कूलों से उनके यहां के सभी कोविड-19 संक्रमित स्टाफ और स्टूडेट्स का डेटा मांगा है। स्कूलों से कहा गया है कि गूगल फॉर्म में इसे अपडेट करें। दिल्ली डिजास्टर मैनेमेंट अथॉरिटी की बैठक के लिए यह सभी डेटा जमा किया जा रहा है।
इस संदर्भ में नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस की चेयरपर्सन सुधा आचार्य में कहा कि सभी स्कूल डेटा दे रहे हैं। उन्होने कहा कि दिल्ली के स्कूल से डेटा लेकर सरकार डीडीएमए की बैठक से पहले पूरी स्थिति को समझ लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह फैसला सराहनीय है, क्योंकि इससे वह फैसले लेने से पहले कोविड-19 ट्रैंड को समझ पाएंगी।